Meerut: मेरठ। जीएसटी विभाग के दफ्तर में कपड़े उतारकर हंगामा करने वाले लोहा व्यापारी अक्षत जैन के खिलाफ विभाग के सहायक आयुक्त द्वारा साहिबाबाद थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद इलाके के व्यापारियों में रोष व्याप्त है। गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल ने पुलिस में दर्ज शिकायत को वापस लेने की मांग को लेकर एक ज्ञापन आज जीएसटी विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 दिनेश कुमार मिश्रा को दिया है। लोहा विक्रेता मंडल के अध्यक्ष डॉ. अतुल कुमार जैन ने बताया कि ज्ञापन में चार अक्तूबर की घटना के लिए अंतरिक्ष श्रीवास्तव, असिस्टेंट कमिश्नर, यूनिट 7 मोहन नगर चेक पोस्ट को दोषी ठहराते हुए कहा गया है कि उनके दुर्व्यवहार और उकसाने के कारण यह दुर्घटना हुई है जिससे व्यापारी की प्रतिक्रिया हुई। उसके बाद जब गाड़ी छोड़ दी गई। उसके बाद फिर आज हमें पता चला है अखबार के माध्यम से, कि उन्होंने व्यापारियों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट पुलिस विभाग में दर्ज कर दी है।
अतुल जैन ने न्यूजट्रैक को बताया कि एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 दिनेश कुमार मिश्रा ने कल शाम पांच बजे तक इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। यदि कल शाम पांच बजे तक हमारी दोनो मांगे नहीं मानी गई तो फिर हम गाजियाबाद के सभी व्यापारी बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय करेंगे। बता दें कि लोहा व्यापारी अक्षत जैन के खिलाफ विभाग के अंतरिक्ष श्रीवास्तव, असिस्टेंट कमिश्नर द्वारा थाना साहिबाबाद पुलिस में तहरीर देकर ड्यूटी पर तैनात सरकारी अधिकारी से अभद्रता करने, राजकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर सरकार की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया गया है। इस तहरीर के आधार पर जैसा कि गाजियाबाद सहायक पुलिस आयुक्त रजनीश उपाध्याय ने बताया कि साहिबाबाद पुलिस ने बीएनएस की धारा 132,352 के तहत आरोपी लोहा व्यापारी अक्षत जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
अतुल जैन कहते हैं, कोई भी व्यापारी अपराधी नहीं है उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करना बहुत ही अनुचित है। हम सभी भारतीय जनता पार्टी के कट्टर समर्थक हैं और योगी आदित्यनाथ हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री हैं और क्योंकि योगी आदित्यनाथ सभी व्यापारियों का अत्यधिक सम्मान करके नई-नई योजनाओं द्वारा उनका लाभ देने का प्रयास करते हैं। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ अधिकारी विपक्षी दलों से मिलकर के सरकार को और भारतीय जनता पार्टी को बदनाम करने के उद्देश्य से इस तरह से छोटी-छोटी गलतियों के लिए व्यापारियों के विरुद्ध उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां करते है। अतुल जैन कहते हैं-हम नहीं चाहते कि कोई विपक्षी राजनीतिक दल इस घटना को राजनीतिक रूप देने की कोशिश करें। इसलिए हम यही चाहते हैं कि शांतिपूर्वक तरीके से प्रथम सूचना रिपोर्ट वापस लेकर घटना के लिए जिम्मेदार अंतरिक्ष श्रीवास्तव के विरुद्ध समुचित कार्यवाही अमल में लाई जाए।
उधर, राज्य कर विभाग के सहायक आयुक्त अंतरिक्ष श्रीवास्तव का घटना के बारे में कहना है कि चार अक्तूबर को वह राज्य कर, सचल दल इकाई सात की टीम के साथ वह नियमित रोड चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान अक्षय जैन के वाहन को जांच के लिए रोका गया था। वाहन का ई-वे बिल एक्सपायर हो चुका था। वाहन को जांच के लिए मोहन नगर स्थित राज्य कर विभाग के सचल दल कार्यालय लाया गया। फर्म मालिक अक्षय जैन और गाजियाबाद लोहा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अतुल सहित 20-30 व्यापारियों के साथ वाहन के संबंध में पूछताछ करने उनके कार्यालय आए थे। इसके बाद सभी कमियों के बारे में व्यापारियों को बताया गया। अक्षय जैन ने सभी कमियों को नकार दिया। वह किसी भी जांच के बिना वाहन को छोड़ने के लिए कहने लगे। इस दौरान अचानक अक्षय जैन द्वारा अपने वस्त्र उतारकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। व्यापारी का उत्पीड़न करने की बात कहते हुए वह फर्श पर बैठ गए और जोर-जोर से बोलते हुए कार्यालय की व्यवस्था को बिगाड़ दिया। उन्होंने अन्य किसी व्यक्ति को अंदर नहीं आने दिया गया। सरकारी कार्य में बाधा डाली। सरकारी अधिकारी से अभद्र व्यवहार किया गया। घटना का वीडियो बनाकर उसे इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया।