एयरफोर्स की ये स्पेशल यूनिट चीन को देगी मुंह तोड़ जवाब

Update: 2022-12-22 07:27 GMT

दिल्ली: कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियानों में अपनी क्षमता साबित कर चुकी भारतीय वायु सेना की गरुड़ विशेष बल को मई 2020 से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्पेशलिस्ट ऑपरेशंस के लिए चीन सीमा पर ऊंचाई वाले स्थानों पर तैनात किया गया है. भारतीय वायु सेना अपनी इस विशेष इकाई गरुड़ को लेटेस्ट AK-103 के साथ-साथ उन्हें अमेरिकी सिग सॉयर असॉल्ट राइफल जैसे लेटेस्ट हथियारों से भी लैस किया है. एके-103 का हाइब्रिड वर्जन AK-203 को 'मेक इन इंडिया' के तहत देश में निर्मित किया जा रहा.

वायु सेना के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि गरुड़ विशेष बल पूर्वी लद्दाख से लेकर सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश तक चीन सीमा से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात हैं. यहां वे किसी भी आवश्यकता के मौके पर विशेषज्ञ, अभियान चलाएंगे.वायु सेना के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि गरुड़ विशेष बल पूर्वी लद्दाख से लेकर सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश तक चीन सीमा से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात हैं.

2020 से हो रही तैनाती: भरते वायु सेना की इस स्पेशल इकाई की एलएसी (LAC) पर तैनाती साल 2020 से ही की जा रही है. ये वायु सेना की स्पेशल इकाई चीन की किसी भी भी गतिविधि की मुहतोड़ जवाब देने में माहिर है. एएनआई की एक टीम ने गरुड़ रेजीमेंटल ट्रेनिंग सेंटर का दौरा करते हुए वायु सेना द्वारा अपने गरुड़ कमांडो को प्रदान किए जा रहे नए हथियारों और उपकरणों को देखा.

आधुनिक हथियारों से लैस है गरुड़: वायु सेना की अधिकारियों ने कहा कि लेटेस्ट हथियार जैसे सिग सॉयर, एके-सीरीज असॉल्ट राइफलें और साथ ही इजरायली टेवर राइफलें और उनके विभिन्न प्रकार गरुड़ कमांडो को दिए जा रहे हैं. सैनिकों के पास गैलिल स्नाइपर राइफल्स के साथ-साथ नेगेव लाइट मशीन गन भी हैं. ये 800-1000 मीटर की रेंज से दुश्मन सैनिकों को मार गिरा सकती हैं. जम्मू-कश्मीर में एक स्पेशल हाजिन ऑपरेशन में गरुड़ ने नेगेव-LMG का प्रयोग करते हुए 5 आतंकवादियों को मार गिराया था. इस ऑपरेशन में शहीद ज्योति प्रकाश निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था.

LAC पर वायुसेना की पैनी नजर: चीन द्वारा एएलसी पर 9 दिसंबर को अतिक्रमण करने की कोशिश के बाद से भारतीय वायु सेना ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है. साथ ही खबर मिल रही है कि भारतीय सेना इस क्षेत्र में लगातार उड़ान भर रही है. भारतीय वायुसेना के साथ-साथ थल सेना भी हालात पर निकटता से नजर रख रहे हैं. वायु सेना ने क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमानों की उड़ानों की संख्या बढ़ा दी हैं.

Tags:    

Similar News

-->