पहली बार हुआ ऐसा: जब मीटिंग में पहुंचे अफसरों को लेकर कोविड अस्पताल पहुंचे सीएम साहब
कोवि़ड वार्ड में मरीजों का लिया हाल
इटावा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर शनिवार को निर्धारित समय से एक घंटे देरी से लखनऊ से सीधे सैफई के एथलेटिक्स स्टेडियम पहुंचा। यहां से उनका काफिला सैफई मेडिकल कॉलेज के एडमिन ब्लॉक में पहुंचा। अफसर उन्हें बैठक के लिए प्रशासनिक भवन लेकर पहुंचे, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा, बैठक बाद में पहले कोविड अस्पताल का निरीक्षण करते हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री जिले के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही के साथ सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कोविड अस्पताल पहुंच गए।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कोवि़ड वार्ड में मरीजों का लिया हाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार सुबह सैफई पहुंचे, उन्होंने इटावा में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के किए गए इंतजामों का जायजा लिया। सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी का निरीक्षण करने के साथ यहां के कोविड वार्ड पहुंचे और मरीजों का हालचाल लिया। उन्होंने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से हाल में ही मरम्मत के बाद ठीक हुए ऑक्सीजन प्लांट के बारे में भी जानकारी ली। सीएम ने जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर स्वास्थ्य व्यवस्था की बारीकी से समीक्षा की। यहां उन्होंने कोविड-19 हॉस्पिटल के साथ ऑक्सीजन प्लांट का फीता काटकर उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने कोविड मरीजों के इलाज के इंतजाम देखे और उनके हालचाल लिए। मेडिकल यूनीवर्सिटी के इंतजाम देखने के बाद सीएम ने यहां के अफसरों व डॉक्टरों से संसाधनों की जानकारी ली और जरूरत के बारे में पूछा। ट्रामा सेंटर के निरीक्षण के दौरान यहां स्थापित किए जाने वाले 1000-1000 एलपीएम के दो ऑक्सीजन प्लांटों के बारे में जानकारी ली। सीएम ने तीसरी लहर से निपटने को किए जा रहे इंतजामों का भी जायजा लिया। जिले में कोरोना से निपटने के लिए किए इंतजामों के बारे में उन्होंने प्रशासनिक व मेडिकल अफसरों से जानकारी ली। सीएम ने जनप्रतिनिधियों से इलाज, वैक्सीनेशन व टेस्टिंग इंतजामों का फीडबैक लिया। उन्होंने अफसरो से खासकर ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन व टेस्टिंग बढ़ाने को कहा। जिले के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही भी सीएम के साथ मौजूद रहे।
जिला प्रशासन व मेडिकल कॉलेज की ओर से सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई थीं, चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा लगाया गया। किसी को भी मेडिकल यूनिवर्सिटी व उसके आसपास जाने की अनुमति नहीं दी गयी। आईजी, एसएसपी, डीएम समेत अन्य अफसर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। मुख्यमंत्री की अगवानी के लिए भाजपा सांसद, विधायक और जिले के पदाधिकारी भी पहुंचे। कई भाजपा नेताओं को अधिकारियों ने रोक दिया जिससे वह नाराज हुए। हालांकि बाद में 10 लोगों को हेलीपैड पर रुकने की व्यवस्था की गई।