
ऊना। देवभूमि हिमाचल की मनोरम वादियां और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत सदैव पर्यटकों को आकर्षित करती रही हैं। साथ ही अब प्रदेश सरकार के प्रयासों से साहसिक खेलों और पर्यटन के क्षेत्र में भी यहां संभावनाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। बिलासपुर में गोबिंद सागर में वाटर स्पोट्र्स गतिविधियों को नया आयाम देने के साथ ही अब इसी क्रम में सरकार के लक्षित प्रयासों से ऊना जिले का अंदरौली क्षेत्र एडवेंचर स्पोट्र्स और पर्यटन गतिविधियों के नए केंद्र के रूप में उभर रहा है। गोबिंदसागर झील से सटे इस क्षेत्र में वाटर स्पोट्र्स को बढ़ावा देने के लिए एशियन विकास बैंक की सहायता से 10 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है, जिससे यह क्षेत्र एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा। वहीं इस क्षेत्र में गोबिंद सागर पर अनुमानित लगभग 871 करोड़ रुपए की लागत से मंदली-लठियाणी पुल व सडक़ निर्माण भी यहां पर्यटन विकास को नया आयाम देने में सहायक होगा। इस दिशा में निर्णायक कदम उठाए गए हैं और पहले चरण के लिए करीब 400 करोड़ रुपए की परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है। चारों ओर पहाड़ों से घिरी गोबिंद सागर झील की सुंदरता और रोमांचकारी गतिविधियों का संगम अंदरोली के आकर्षण को चार चांद लगाता है।
इस क्षेत्र को एडवेंचर टूरिज्म हब बनाने के उद्देश्य से यहां बोटिंग, कयाकिंग, जेट स्की और हाउस बोट जैसी रोमांचक गतिविधियों को प्रारंभ किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने इन गतिविधियों के संचालन के लिए मेफील्ड एडवेंचर्स को टेंडर प्रदान किया है, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को रोमांचक अनुभव मिलेगा। जल क्रीड़ाओं की बढ़ती लोकप्रियता न केवल पर्यटन को नया आयाम देगी। पिछले वर्ष जनवरी माह में पुलिस विभाग द्वारा आयोजित एडवेंचर स्पोट्र्स मीट ने इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाई। इस आयोजन में देशभर से आए खिलाडिय़ों और पर्यटकों ने पैरा मोटरिंग, पैरा सेलिंग, हॉट एयर बैलून, एटीवी राइड, जिप लाइन, कमांडो नेट, डॉर्बिंग, मिकी माउस, गन शूटिंग और मोटर बोट जैसी गतिविधियों में भाग लिया था। वहीं, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की प्राथमिकता साहसिक खेलों को बढ़ावा देना और युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर सृजित करना है। अंदरोली में वाटर स्पोर्ट्स का विकास इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार अंदरौली को साहसिक पर्यटन और वाटर स्पोट्र्स का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है। पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार करने के साथ-साथ यहां मनोरंजन और खेल गतिविधियों के नियमित आयोजन के प्रयास किए जाएंगे, ताकि यह क्षेत्र पर्यटन मानचित्र पर और अधिक मजबूती से उभर सके।