इन राज्यों में हैं बारिश के आसार, जानें किन राज्यों में लू चलने की संभावना
मौसम विभाग ने इस हफ्ते के लिए मौसम की भविष्यवाणी कर दी है। दिल्ली में इस हफ्ते तापमान में बढ़ोतरी होगी और राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं।
मौसम विभाग ने इस हफ्ते के लिए मौसम की भविष्यवाणी कर दी है। दिल्ली में इस हफ्ते तापमान में बढ़ोतरी होगी और राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी यही हाल रहेगा। कुल मिलाकर न राज्यों में बारिश होने की संभावना नहीं है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सप्ताह के अंत में मौसम खराब हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, इस हफ्ते मौसम साफ रहेगा जिससे तापमान में बढ़ोतरी होगी। अधिकतम तापमान 32-38 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। हवा की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा नहीं रहेगी।
स्काईमेट वेदर के अनुसार उत्तरी अफगानिस्तान और इससे सटे भागों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। यह पश्चिमी हिमालयी भागों की तरफ बढ़ रहा है और उम्मीद है कि 27 मार्च की रात से उसका प्रभाव उत्तर भारत के पहाड़ों पर दिखेगा। दक्षिणी पाकिस्तान और इससे सटे गुजरात के कच्छ क्षेत्र पर एक विपरीत चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है। वहीं तटीय कर्नाटक पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र है और इस सिस्टम से केरल तक एक ट्रफ रेखा सक्रिय है।
इन राज्यों में हैं बारिश के आसार
उत्तर-पश्चिमी भारत के लिए जारी मौसम की चेतावनी में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में 28 और 29 मार्च को बिजली कड़कने के साथ-साथ कुछ जगहों पर ओले गिरने का अनुमान लगाया है। वहीं अगले 24 घंटे के दौरान हिमालय पश्चिम बंगाल, पूर्वी असम, अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, केरल व अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना बनी हुई है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी यूपी, पश्चिमी और पूर्वी राजस्थान में बारिश की कोई संभावना नहीं है।
स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान देश के ज्यादातर इलाकों में मौसम साफ रहेगा। उत्तर पश्चिम भारत के भागों में तापमान में व्यापक बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। कोंकण गोवा और गुजरात के सौराष्ट्र तथा कच्छ में पारा तेजी से ऊपर जाएगा जिसके चलते सौराष्ट्र और कच्छ एवं कोंकण गोवा में एक दो स्थानों पर हीट वेव कंडीशन यानी लू जैसी स्थितियां बन सकती हैं। ओडिशा में भी एक-दो स्थानों पर तापमान में व्यापक बढ़ोतरी के कारण लू जैसे हालात बन सकते हैं।