यूपी। उत्तर प्रदेश के आगरा में एक तांत्रिक ने चामुंडा देवी को खुश करने के लिए ढाई साल के बच्चे की बलि दे दी. पुलिस ने आरोपी तांत्रिक भोला उर्फ हुकुम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी तंत्र शक्ति खत्म हो रही थी. तंत्र शक्ति मजबूत करने के लिए उसने मासूम की हत्या कर दी. मामला 15 जून की थाना जगनेर के एक गांव का है. गांव के ही एक तांत्रिक ने चामुंडा देवी को खुश करने के लिए रामअवतार के पुत्र रितिक की बलि दे दी. आरोपी तांत्रिक ने पहचान छिपाने के लिए बच्चे के शव को बोरी में डालकर किबाड़ नदी में फेंक दिया. इधर, रामअवतार अपने बेटे को खोजने के लिए इधर-उधर भटकते रहे. लंबी मशक्कत के बाद भी जब उन्हें बेटा नहीं मिला तो उन्होंने थाना जगनेर में बच्चे के गायब होने का मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो बच्चे का शव बरामद हुआ. बच्चे का शव मिलने के बाद गांव के एक शख्स ने पुलिस की मदद की. उन्होंने बताया कि रितिक को तांत्रिक हुकुम के साथ जाते हुए उसने देखा था.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी हुकुम सिंह उर्फ भोला की नजर रितिक के पिता रामअवतार को मिलने वाली तीन बीघा जमीन पर थी. रितिक के पिता रामअवतार को तांत्रिक के पिता ने गोद लिया था. हुकुम सिंह को लग रहा था कि अगर वो रितिक को मार देगा तो रामअवतार गांव छोड़कर चले जाएंगे. ऐसे में उनके हिस्से की जमीन उसे मिल सकती है. एक तीर से दो निशाने लगाने के लिए हुकुम सिंह ने प्लानिंग की थी. साथ ही तंत्र-मंत्र में काफी विश्वास करता है. उसे लगा कि इस तरह देवी मां भी खुश हो जाएगी.
आगरा के एसपी ग्रामीण सत्यजीत गुप्ता का कहना है कि आरोपी को लग रहा था कि उसकी तंत्र शक्ति काम नहीं कर रही है. अगर वह किसी बच्चे की बलि देगा तो उसकी शक्ति वापस आ जाएगी. इसके लिए उसने बच्चे को टारगेट किया. बच्चा जब कुएं के पास खेल रहा था, तब आरोपी उसे अपने साथ ट्यूबवेल पर ले गया और उसकी हत्या कर दी. हत्या करने के बाद उसने बच्चे के शव को देवी के सामने रखा और मंत्र जाप किया. इसके बाद बच्चे के शव को बोरे में डालकर किबाड़ नदी में फेंक दिया।