पुल का स्ट्रक्चर फिर हुआ ध्वस्त, पुल का बचा हिस्सा पानी में समाया, VIDEO

पुल, पुलिया के क्षतिग्रस्त और गिरने का सिलसिला थम नहीं रहा है.

Update: 2024-08-17 05:20 GMT
भागलपुर: बिहार में पुल, पुलिया के क्षतिग्रस्त और गिरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। इस बीच, निर्माणाधीन अगुवानी पुल का स्ट्रक्चर शनिवार को फिर गिरकर गंगा में समा गया। बताया जाता है कि गंगा के पानी के दबाव को वह झेल नहीं सका। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बताया जाता है कि अगुवानी और सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी में पिलर संख्या 9 और 10 के बीच की घटना है। स्लैब के सेगमेंट के लिए बना स्ट्रक्चर ध्वस्त हुआ है।
पिछले एक माह से निर्माण कार्य बढ़ते जलस्तर के कारण बाधित था। लेकिन इस बीच लगातार गंगा नदी में जलस्तर ज्यादा बढ़ जाने के कारण दबाव में स्लैब का आयरन स्ट्रक्चर नदी में जा गिरा। इस महासेतु का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी द्वारा किया जा रहा है। भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है।
पहले भी चार जून 2023 को सुल्तानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल गिरा था। निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। वहीं पुल पर ड्यूटी कर रहे दो गार्ड भी हादसे के बाद से लापता हो गए थे। उस वक्त अगुवानी के तरफ से पुल के पाया नंबर 10,11,12 के ऊपर का पूरा स्ट्रक्चर गिर गया था, जो लगभग 200 मीटर का हिस्सा होगा। उसके पहले 27 अप्रैल 2022 को इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था।
तेज आंधी और बारिश में करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर जमीन में गिर गया था। हालांकि, उस वक्त जानमाल को क्षति नहीं पहुंची थी। इसके बाद पुल निर्माण का काम फिर शुरू हुआ। इस बार करीब 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया था। इतना ही नहीं अप्रोच रोड का काम भी 45 फीसदी पूरा कर लिया गया है।
इस पुल को उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना माना जाता है। 1710.77 करोड़ रुपये लागत से बनने वाले इस महासेतु का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को किया था। इस पुल तथा सड़क निर्माण से एनएच 31 तथा एनएच 80 आपस में जुड़ जाएंगे। बता दें कि इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर है।
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