चैन्नई पधारे पदाधिकारियों ने कि साध्वी प्रितीसुधा आदि ठाणा के आगामी चैन्नई मे चातुर्मास की विनती
भीलवाड़ा। अहिंसा भवन के मरूधर केसरी दरबार में महासती प्रितीसुधा ने श्रद्वालूओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में सत्य का समावेश हो जाऐ तो वह अपनी आत्मा का कल्याण करवा सकता है और जीवन मे सुंगध भर सकता है। सत्य के बिना संसार मे कुछ भी नहीं है। जहां सत्य है, वहां ज्ञान है, जहाँ सत्य नहीं, वहा ज्ञान भी नहीं होगा। सत्य के बिना जीवन में किसी भी सिद्धांत या नियम का पालन करना असंभव है। क्योंकि सत्य ही शास्वत है, और सत्य ही भगवान है। लेकिन मनुष्य सत्य को जानता है, परन्तु फिर भी स्वीकारता नहीं है। और अज्ञान मे जीवन को व्यर्थ गवां देता है। सत्य को झूठ लाया और संसार से मिटाया नहीं जा सकता है। महासती उमराव कंवर ने साध्वी संयम सुधा को अठारह उपवास के प्रत्याख्यान करवातें हुए कहा कि जो लोग सत्य की राह पर चलते है।
उनकी जीत का परमात्मा स्वंय शंखनाद करता है और उन्हें भगवान हारने भी नहीं देता है। इस दौरान धर्मप्रभा मे अप्रवासी मारवाड़ खवासपुरा जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष प्रसन्न चन्द कोठारी महामंत्री जे. विजयराज कोठारी, सागरमल कोठारी तथा श्री मिश्रीरूप सुकन जैन महिला की अध्यक्षा सुशीला कोठारी, लीला कोठारी, चंचल कोठारी आदि सभी ने अहिंसा भवन शास्त्री नगर के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल अशोक पोखरना हेमन्त आंचलिया, कूशलसिंह बूलिया, जतन जैन, संदीप छाजेड़ तथा चंदन बाला महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल, रजनी सिंघवी, मंजू पोखरना, कमला चैधरी, उमा आंचलिया, मंजू बापना सुनीता झामड़, वनीता बाबेल की उपस्थिति एवं सैकड़ों श्रध्दांलूओ की मौजूदगी मे चैन्नई से पधारे पदाधिकारियों ने साध्वी प्रितीसुधा आदि ठाणा के चैन्नई मे चातुर्मास करने जोरदार शब्दों मे विनती रखी। सभी अतिथियों अहिंसा भवन के पदाधिकारियों ने शोल माला पहनाकर सम्मान किया गया। इस दोरान शकुंतला खमेसरा ने देह दान का संकल्प लिया।