डैहर। सुंदरनगर के डेंटल कॉलेज के पास रहने वाले प्रवासी मजदूर का 5 वर्षीय मासूम बेटा घर का रास्ता भूल पैदल ही सुंदरनगर से 8 से 10 किलोमीटर दूर हराबाग जा पहुंचा। घर के रास्ते से अनजान पांच वर्षीय मासूम कैसे पैदल ही सुंदरनगर से हराबाग तक तेज रफतार वाहनों के बीच पहुंच गया यह सभी को सोचने पर मजबूर कर रहा है। हराबाग में एक ढाबे पर मौजूद कुछ समाजसेवी लोगों ने जब 5 वर्षीय मासूम को फोरलेन सडक़ किनारे अकेले घूमते हुए पाया तो तुरंत बच्चे को पकडक़र ढाबे पर बिठाया और उसका नाम पता पूछा, लेकिन पांच वर्षीय मासूम कुछ भी बताने में असमर्थ था। जिसके बाद लोगों ने 112 नंबर पर फोन किया।
जिसके बाद इसकी जांच के लिए सलापड़ पुलिस चौकी से मुख्य आरक्षी ललित शर्मा सहित टीम मौके पर पहुंची ।पुलिस ने आसपास के सुंदरनगर की तरफ के ठेकेदारों के यहां कार्य करने वाले कई प्रावसीयों से संपर्क साधा तो पता चला की डेंटल कॉलेज के पास से एक प्रवासी का पांच वर्षीय मासूम बेटा सुबह से लापता हो गया है, जिसे माता-पिता हर जगह ढूंढ रहे है। पुलिस ने प्रवासी मजदूर को हराबाग बुलाया और पांच वर्षीय मासूम को उसके सपुर्द किया। प्रवासी व्यक्ति ने समस्त समाजसेवियों और सुंदरनगर पुलिस का दिल की गहराइयों से धन्यवाद व्यक्त किया। डीएसपी सुंदरनगर भारत भूषण ने बताया कि हराबाग में एक पांच वर्षीय प्रवासी मासूम बच्चा मिला था जिसे जांच के बाद उसके पिता को सौंप दिया गया है।