झारखण्ड। रांची के मांडर टोल प्लाजा पर पुलिस अधिकारी से पहचान पत्र मांगना टोलकर्मी को महंगा पड़ गया. पहले मौके पर ही पुलिस ने टोलकर्मी को थप्पड़ मारे. इसके बाद जबरन उसे पुलिस की गाड़ी में बैठकर थाने ले जाया गया. जहां उसकी जमकर पिटाई की गई.
इस घटना के बाद से सभी टोलकर्मी दहशत में हैं. यह पूरी घटना टोल पर लगे CCTV में कैद हो गई. बताया जा रहा है कि दरोगा अपने निजी वाहन से जा रहे थे. जब टोलकर्मी ने टोल टैक्स मांगा, तो वो भड़क उठे और वर्दी का रौब दिखाने लगे. इस पर टोलकर्मी ने उनका पहचान पत्र मांगा, तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने अपना आईकार्ड दिखाया और टोल क्रॉस करने के बाद आगे रुक गए. थोड़ी देर में पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी मौके पर पहुंची और दरोगा भी तमतमाते हुए अपनी कार से बाहर आए. फिर पुलिसकर्मियों ने टोलकर्मी को बुलाया और मारते हुए अपनी गाड़ी में बैठाया. फिर थाने ले जाकर उसकी जमकर पिटाई की.
मामले में एसपी रूरल नौशाद आलम ने बताया, "टोलकर्मी ने थाना प्रभारी से अपशब्द बोले और उनके परिवार की मौजूदगी में उनके साथ बदतमीजी की. टोल पर नियम के मुताबिक, सरकारी अधिकारी की गाड़ी को छूट है. बावजूद इसके थाना प्रभारी से सीसीटीवी में दिख रही महिला ने जब पहचान पत्र की मांग की, तो उन्होंने दिखा दिया.
इसके बाद जैसे वे आगे बढ़े पीछे से सीसीटीवी में दिख रहे एक टोलकर्मी ने फिर से पहचान पत्र मांगा. इस पर थाना प्रभारी की उनके साथ बहस हो गई. इस दौरान मांडर थाने की गाड़ी मौके पर पहुंची और टोलकर्मी को गाड़ी में बैठकर थाने ले गई. मामले की जांच की जा रही है. वहीं, पीड़ित टोलकर्मी का कहना है कि नीली शर्ट और जींस पहने पुलिस अधिकारी के इशारे पर थाने में उसके साथ मारपीट की गई. ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि उन्होंने डीएसपी को पूरे मामले के जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं.