हमीरपुर। आधुनिकता के दौर में शिक्षा के स्तर को उच्चत्तम बनाए रखने की होड़ में निजी स्कूलों से पिछड़ रहे सरकारी प्राइमरी स्कूल अब कंपीटीशिन में आ गए हैं। अभिभावकों की रजामंदी के बाद जिला की कई राजकीय प्राथमिक पाठशालों ने वर्दी के पुराने पैट्रन को बदलकर नया ड्रेस कोड लागू कर दिया है। अब छात्र शूट, बूट, टाई, बेल्ट के साथ स्कूल पहुंच रहे हैं। इनको देखकर यही लगता है कि यह सरकारी नहीं बल्कि निजी स्कूल के छात्र हैं।
बेशक सरकारी प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी कहीं न कहीं खल रही है, लेकिन एसएमसी के माध्यम से कई स्कूलों में शिक्षक हायर किए गए हैं। प्राइमरी स्कूलों ने भी पढ़ाई के लिए निजी स्कूलों की कार्यशैली को ही फॉलो किया है। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से वर्दी के पैट्रन का चयन करने के निर्देश प्राप्त होने के बाद कई स्कूलों ने अभिभावकों की सहमति के उपरांत नया ड्रेस कोड लागू किया है। बच्चे शूट, बूट, बेल्ट व टाई पहनकर स्कूल पहुंच रहे हैं। शिक्षा के स्तर को उच्च से उच्चतम बनाने का प्रयास किया जा रहा है।