यूपी के इस हिस्से में मंडराया आकाशीय बिजली का खतरा...मौसम विभाग ने जताई दो दिन बारिश की संभावना
अक्टूबर के महीने में मानसून अलग ही रंग दिखा रहा है.
ये है तापमान में उतार-चढ़ाव की वजह
मानसून जाने के बाद पश्चिमी विक्षोभ पूर्ण रूप से सक्रिय होता है, लेकिन इस बार लौटते हुए मानसून ने पश्चिमी विक्षोभ को भी चुनौती दे दी है. पश्चिमी विक्षोभ के असर से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में तेजी से उतार-चढ़ाव होने लगा है. दिन का पारा जहां 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो रहा है, वहीं शाम के बाद 18 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ रही है.
यूपी में असामान्य रहा मानसून
यूपी में इस बार के मानसून के हिसाब से सामान्य बारिश नहीं हुई. प्रदेश में इस बार करीब 22.5 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई. यह पिछले दो सालों के मुकाबले भी कम है. इस बार मानसून की शुरुआत में तो खूब बारिश हुई, लेकिन बाद में बहुत कम बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग से जारी आकंड़ों के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश बहुत कम हुई. यहां मानसून की शुरुआत के पहले हफ्ते 28 मई से 3 जून तक को अच्छी बारिश हुई. इसके बाद अगले 16 हफ्तों यानि 23 सितंबर तक सामान्य ही बारिश हुई.