कारोबारी पहुंचा सलाखों के पीछे, दोस्त से अपनी ही गर्लफ्रेंड की नजदीकियां देख उठाया था ये कदम

मामले का पर्दाफाश हुआ....

Update: 2021-06-14 05:42 GMT

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मेरठ. दिल्ली की एक गर्लफ्रेंड ने बेरुखी दिखाई तो मेरठ का एक कारोबारी अपराधी बन बैठा. अपने दोस्त से अपनी ही गर्लफ्रेंड की नजदीकियां देख वो इस कदर भड़का कि अपराध की राह पर चल पड़ा. उसने अपने रईस दोस्त के परिवार से लाखों की रंगदारी मांग ली. इतना ही नहीं अपने दोस्त की हत्या की साजिश भी रच डाली. हालांकि, मेरठ पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. मुठभेड़ के बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया.

ये मामला थाना लालकुर्ती क्षेत्र का है. यहां गारमेंट के एक कारोबारी से 25 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में हड़कंप मच गया था. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रंगदारी मांगने वालों की तलाश तेज कर दी. पुलिस की तफ्तीश में पता चला कि रंगदारी की कॉल एक लूटे हुए मोबाइल फोन से की गई थी. कुछ दिनों से मेरठ पुलिस की सर्विलांस, एसओजी और लालकुर्ती पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी. पुलिस ने दो आरोपियों को पहले ही हिरासत में ले लिया था जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने दो शातिर बदमाशों की घेराबंदी की.
पुलिस की दोनों बदमाशों से मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में सोनू और मोनू नाम के बदमाश घायल हो गए. दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले में चार बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद एसपी सिटी विनीत भटनागर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया. उन्होंने बताया कि कारोबारी के बेटे गुरजोत उर्फ सहज के दोस्त गगनदीप ने ही रंगदारी और फिर उसकी हत्या की साजिश रची है. दरअसल गगनदीप की दिल्ली वाली गर्लफ्रेंड की नजदीकियां सहज से बढ़ गई थी. गगनदीप को दोनों की नजदीकियां रास नहीं आ रही थी. गुस्से से तमतमाए गगनदीप ने अपनी ही दोस्त की हत्या की साजिश रची. उसने इसके लिए अपराधी विवेक से संपर्क किया. प्लानिंग में सोनू, मोनू और निखिल भी शामिल हो गए.
25 लाख की रंगदारी मांगने का बनाया प्लान
इस तरह सभी ने सहज के घरवालों से 25 लाख की रंगदारी मांगने का प्लान बनाया. मेरठ के थाना पल्लवपुरम क्षेत्र से एक लूटे हुए फोन से रंगदारी की कॉल की गई. रंगदारी की कॉल आने के बाद सहज के पिता ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी. गगनदीप और विवेक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो राज से पर्दा उठा. दोनों की निशानदेही पर सोनू और मोनू को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया गया. हालांकि, अभी एक आरोपी निखिल पुलिस की पकड़ से फरार है. पुलिस ने बताया कि सोनू, मोनू और विवेक का लंबा चौड़ा अपराधिक इतिहास भी है.
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