दिल्ली। कथित शराब घोटाले में करीब 50 दिनों तक जेल में रहने के बाद अंतरिम जमानत पर बाहर निकले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैं। आम आदमी पार्टी की सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोमवार को पुलिस को कॉल करके मुख्यमंत्री आवास में उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया। मालीवाल ने थाने जाकर भी मौखिक शिकायत की और बताया कि केजरीवाल के पीए बिभव कुमार ने उन पर हमला किया। पीसीआर कॉल के बाद पुलिस ने जो नोट लिखा है उसके मुताबिक मालीवाल ने कहा कि केजरीवाल ने उन पर यह हमला कराया।
पीसीआर पर दो कॉल करने के बाद दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री आवास पर पहुंची। इस बीच स्वाति मालीवाल एफआईआर दर्ज करवाने के लिए सिविल लाइंस थाने पहुंचीं। बताया जाता है कि इस दौरान उन्हें कुछ फोन कॉल आए जिसके बाद वह यह कहकर लौट गईं कि कुछ देर बाद वापस आएंगी। लेकिन देर रात तक वापस नहीं आईं। स्वाति मालीवाल ने पूरी तरह चुप्पी साध ली है। उन्होंने ना तो मीडिया के सामने कुछ कहा है और ना ही सोशल मीडिया पर कोई प्रतिक्रिया दी। ऐसे में पुलिस उनसे लिखित शिकायत का इंतजार कर रही है।
स्वाति मालीवाल की शिकायत को फिलहाल 'पेंडिंग' में रखा गया है और खबर लिखे जाने तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। पुलिस इस मामले में लीगल ओपिनियन ले रही है कि क्या डीडी एंट्री और पीसीआर कॉल के आधार पर आगे बढ़ा जाए। कई केस में इस प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। जानकारों के मुताबिक पुलिस के पास अब दो विकल्प हैं। पीसीआर और डीडी एंट्री के आधार पर पुलिस एफआईआर दर्ज कर सकती है। आमतौर पर पीड़ित के सामने नहीं आने पर ऐसा किया जाता है। इसके अलावा पुलिस मालीवाल से संपर्क करके उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराने को कह सकती है।
स्वाति मालीवाल और बिभव कुमार अन्ना अरविंद केजरीवाल के पुराने साथी हैं। एनजीओ के दिनों से ही तीनों साथ काम करते रहे हैं। स्वाति मालीवाल पार्टी की तेज तर्रार नेता हैं और महिला आयोग की अध्यक्ष रहते हुए महिला अधिकारों के लिए मुखरता से लड़ती रहीं हैं। इसी साल पार्टी ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया है। ऐसे में मालीवाल की ओर से की गई पीसीआर कॉल ने दिल्ली की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी और इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल की घेराबंदी शुरू कर दी है। उधर, आम आदमी पार्टी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध ली है।