Bathu Di Ladi में पर्यटकों से पर्ची काटने का जोरदार विरोध

Update: 2024-07-01 11:09 GMT
Jawali. जवाली। पांडवों द्वारा अज्ञातवास के दौरान स्वर्ग को जाने के लिए निर्मित बाथू दी लड़ी में पर्यटकों से पर्ची काटने का विरोध किया जा रहा है। हिमाचल के अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों ने पर्ची काटने पर ऐतराज जताया है। वन्य प्राणी विभाग द्वारा बाथू दी लड़ी में जाने वाली बस की 200 रुपए, जबकि बस में बैठी हरेक सवारी की 10 रुपए पर्ची काटी जा रही है, जबकि प्रत्येक कार की 110 रुपए व मोटरसाइकिल की 80 रुपए की पर्ची काटी जा रही है। रोजाना हजारों रुपए का शुल्क एकत्रित हो रहा है। वन्य प्राणी विभाग द्वारा पर्ची तो पर्यटकों की काटी जा रही है, जबकि बाथू दी लड़ी में पर्यटकों के लिए वन्य प्राणी विभाग द्वारा बैठने, पीने के पानी व शौचालय जैसी कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है। झील की तरफ
जाने से रोकने वाला कोई नहीं है।

विभाग का कोई भी कर्मी वहां पर नहीं होता है। रोजाना सैकड़ों की तादाद में पर्यटक आ रहे हैं, जिनको मूलभूत सुविधाओं की कमी खल रही है। पर्यटकों ने कहा कि बाथू दी लड़ी के मंदिर गिर रहे हैं जिनको रिपेयर करवाया जाना समय की मांग है। स्थानीय लोग भी अगर झील की तरफ जाते हैं तो उनकी भी पर्ची काट दी जा रही है। पर्यटकों ने सरकारए प्रशासन व वन्य प्राणी विभाग से मांग की है कि पर्यटकों से पर्ची काटना बन्द किया जाए तथा बाथू दी लड़ी में पर्यटकों को बैठने के लिए टैंट लगाए जाएं व पानी का टैंक भी रोजाना लगाया जाए। पर्यटक पानी पी सकें, वहीं शौचालय भी बनाया जाए ताकि पर्यटकों को शौचालय की सुविधा मिल सके।वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ रेजीनोड रॉयस्टोन ने कहा कि बाथू दी लड़ी में जाने वाले पर्यटकों से पर्ची काटने के लिए कमेटी का गठन किया गया है तथा हर वाहन के रेट तय किए गए हैं। पर्यटकों के लिए अस्थायी टायलेट व पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाएगी। पर्यटकों को छाया में बैठने के लिए टैंट लगाए जाएंगे।
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