हड़ताल ने जीवनदायिनी पर लगाया ब्रेक, मरीजों की सांसें अटकीं, परेशान मरीज

Update: 2023-09-05 11:15 GMT
भरतपुर। भरतपुर हांफते-दौड़ते तीमारदार और जीवन-मौत से जूझते मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जद्दोजहद। कुछ इस तरह के हालात सोमवार को अस्पताल के बाहर नजर आए। लोगों की जिंदगी बचाने के लिए दौड़ रही एम्बुलेंस 108 पर हड़ताल का ब्रेक लगने से वे जहां की तहां ठहरी नजर आईं। राजस्थान प्रदेश एम्बुलेंस संघ ने मांगें नहीं मानने पर रविवार से हड़ताल शुरू कर दी है। एम्बुलेंसकर्मियों का जयपुर में जेके लोन अस्पताल के पास धरना चल रहा है। इससे यहां मरीजों को खासी मुश्किल झेलनी पड़ रही है। संघ के भरतपुर जिलाध्यक्ष धर्मेश चौधरी ने बताया कि शनिवार शाम से ही एम्बुलेंस की सेवाएं बंद कर दी गईं। हमारी मुख्य मांग संविदा कमेटी में शामिल करने की है, लेकिन सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। इसको लेकर जयपुर में धरना शुरू कर दिया है। चौधरी ने बताया कि धरने में 104 एवं 108 एम्बुलेंस के चालक हिस्सा ले रहे हैं।
भरतपुर में 108 एम्बुलेंस की संख्या करीब 45 है, जो सभी लोकेशन पर खड़ी कर दी गई हैं। सोमवार को इनसे मरीज नहीं लाए जा सके। चौधरी ने बताया कि प्रतिदिन 108 एम्बुलेंस से 100 से 150 मरीज लाए जाते हैं। वहीं 104 एम्बुलेंस से करीब 50 महिलाओं को पहुंचाया जाता है। सोमवार को यह काम पूरे दिन ठप रहा। इससे मरीजों को किराए के वाहन तलाशने पड़े साथ ही परेशानी भी झेलनी पड़ी। एम्बुलेंसकर्मियों की हड़ताल के चलते मरीजों को अस्पताल पहुंचने में खासी परेशानी झेलनी पड़ी। कुछ मरीजों के परिजनों ने 108 एम्बुलेंस पर फोन किया तो वहां से उन्हें तकनीकी कारणों से एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होना बताया गया। ऐसे में परिजन मरीजों को किराया खर्च कर अस्पताल लेकर पहुंचे। दूर दराज से मरीजों को किराये पर ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा व अन्य वाहनों से उपचार कराने लाए।
Tags:    

Similar News