सिम बॉक्स रैकेट का खुलासा, टेलीकॉम कंपनियों को करोड़ों का चूना, बांग्लादेशी निकला मास्टर हैंडलर

छह लोगों को हिरासत में लिया गया है.

Update: 2024-08-20 12:26 GMT

सांकेतिक तस्वीर

रांची: रांची में सिम बॉक्स के जरिए इंटरनेशनल कॉल को लोकल कॉल में कन्वर्ट कर टेलीकॉम कंपनियों को चूना लगाने, कॉलर की पहचान बदलने और साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले रैकेट का खुलासा हुआ है।
ओडिशा में ऐसे ही रैकेट का पर्दाफाश करने के बाद वहां की स्पेशल पुलिस टीम ने रांची पुलिस के सहयोग से मंगलवार को शहर के कांटाटोली इलाके में रेड डाली। यहां एक मकान से आठ सिम बॉक्स बरामद किए गए हैं। इस मामले में छह लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ओडिशा से लेकर झारखंड तक संचालित हो रहे इस रैकेट का मास्टर हैंडलर बांग्लादेशी नागरिक असदुर जमान है। सिमबॉक्स एक इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर डिवाइस है, जिसके जरिए इंटरनेशनल कॉल को इंटरनेट के जरिए लोकल नंबर पर कन्वर्ट कर दिया जाता है। इससे इंटरनेशनल नंबरों पर भी लोकल कॉल चार्ज पर बात करना संभव हो जाता है। इसके जरिए टेलीकॉम कंपनियों को करोड़ों की चपत लगाई जाती है। यह नेशनल सिक्योरिटी के लिए गंभीर खतरा है।
इस रैकेट का खुलासा 16 अगस्त को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर की पुलिस ने किया था और इसके सरगना राजू मंडल को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने वहां पांच एक्टिव सिमबॉक्स, दो रिजर्व सिमबॉक्स, 750 से ज्यादा सिमकार्ड, राउटर और कई अन्य उपकरण जब्त किए थे।
राजू मंडल को रिमांड पर लेकर की जा रही पूछताछ के दौरान ओडिशा के कटक और झारखंड की राजधानी रांची में भी इसी तरह के रैकेट संचालित होने की जानकारी मिली। भुवनेश्वर के पुलिस कमिश्नर संजीव पांडा इस पूरे ऑपरेशन पर खुद निगरानी रख रहे हैं।
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