अपने ही नेताओं पर शुभेंदु अधिकारी का हमला, बंगाल में धराशायी होने को लेकर कही ये बात
भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के एक बयान से सियासी हलचल तेज हो गई है. शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि इस साल हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार की वजह कई नेताओं का अति आत्मविश्वास से भरा हुआ होना था.
समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में शुभेंदु अधिकारी ने कहा, 'हमने विधानसभा चुनावों के पहले 2 चरणों में अच्छी बढ़त हासिल की थी. हमारे कई नेता अत्ममुग्ध और आत्मविश्वासी हो गए थे. उन्होंने यह विश्वास करना शुरू कर दिया था कि बीजेपी 170 से 180 सीटें हासिल करने जा रही है. उन्होंने जमीनी स्तर पर काम नहीं किया, जो हमें महंगा पड़ा.'
दरअसल इस साल अप्रैल-मई में हुए पश्चिम बंगाल चुनाव में बीजेपी 77 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. बीजेपी को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस से करारी हार मिली थी. टीएमसी ने रिकॉर्ड बहुमत से जीत हासिल की थी. विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को 213 सीटों पर सफलता मिली थी.
कड़ी मेहनत की थी चुनावों में जरूरत!
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जमीनी स्तर पर काम जारी रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि लक्ष्य निर्धारित करना, जो वास्तविक था लेकिन कड़ी मेहनत की जरूरत थी. शुभेंदु की इस टिप्पणी के सामने आने के बाद पार्टी में असमंजस की स्थिति पैदा हो सकती है.
शुभेंदु के बयान पर क्या बोली टीएमसी?
शुभेंदु अधिकारी के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए, टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बीजेपी 'फूल पैराडाइज' में रह रही थी. बीजेपी के कई नेताओं ने 200 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने दावा किया था. शुभेंदु अधिकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से शुरू की गई कई सामाजिक कल्याण परियोजनाओं और विकास की गति को भूलकर गए हैं. बीजेपी के दिग्गज नेताओं के के साथ उन्होंने टीएमसी और ममता बनर्जी का विरोध करना शुरू कर दिया.