बजट को सीएम शिवराज ने आत्मनिर्भर मप्र के निर्माण का तो कमलनाथ ने घोषणाओं को स्मारक बताया
भोपाल (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश विधानसभा में वर्ष 2023-24 का राज्य के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बजट पेश किया। इस बजट को जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के निर्माण का बजट बताया तो, वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे घोषणाओं का स्मारक करार दिया है।
राज्य विधानसभा में 3 लाख 14 हजार 25 करोड़ का बजट पेश किया गया। इस बजट को जहां सरकार आमजन की जिंदगी बदलने वाला करार दे रही है, तो वहीं कांग्रेस झूठी सरकार का झूठा बजट बता रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि ,यह बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का बजट है। यह गरीब के कल्याण, मां, बहन और बेटी के उत्थान और किसानों की आय को बढ़ाने का बजट है।
उन्होंने आगे कहा, यह अधोसंरचना विकास और जनकल्याण का बजट है। एक लाख से ज्यादा नौकरियांे के लिए प्रक्रिया चल रही है। महिलाओं का कल्याण हमारी प्राथमिकता है। लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रसूति सहायता, गांव की बेटी योजना, कन्या विवाह सहित अन्य योजनाओं में एक लाख दो हजार 976 करोड़ महिला कल्याण पर खर्च किए जाएंगे।
छात्राओं के लिए लाई गई स्कूटी योजना का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा, शासकीय स्कूलों में 12वीं में टॉप आने वाली बेटियों को मुख्यमंत्री बालिका स्कूटी योजना के अंतर्गत ई-स्कूटी प्रदान की जाएगी। किसानों तथा कृषि के लिए लगभग 53,964 करोड़ का प्रावधान इस बजट में किया गया है। अनुसूचित जाति व जनजाति, ओबीसी, विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदाय के लिए बजट में विशेष रूप से प्रावधान किया गया है।
उन्होंने आगे कहा, खेलों का बजट इस बार तीन गुना बढ़ाकर 738 करोड़ किया गया है। रामपाइली में हेडगेवार संग्रहालय व ग्वालियर में अटल बिहारी वाजपेयी स्मारक बनाएंगे। लगभग 1000 करोड़ के सोशल इम्पैक्ट बॉण्ड जारी करने का निर्णय किया है। हर वर्ग के कल्याण को ध्यान में रखने वाला यह बजट आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान देगा।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, शिवराज सरकार का बजट एक झूठी घोषणाबाज सरकार की घोषणाओं का स्मारक है। प्रदेश की झूठी सरकार का झूठा बजट है। ये कर्ज, कमीशन और सत्यानाश का बजट है। बजट में सब कुछ प्रस्तावित मात्र किया गया है।
पिछले बजट का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा, यदि हम पिछले वर्ष का बजट देखें उसमें भी जो प्रस्तावित प्रावधान थे उसमें से मात्र 55 फीसदी का वितरण किया गया, यह बजट तो मात्र तीन महीने का है, जिसमें चुनावी घोषणाएं और गुमराह और कलाकारी करने के अलावा और कुछ नहीं किया गया है।