चुनावी रैलियों और कुंभ को लेकर शिवसेना का BJP पर हमला, बोले- साधु संतों का दोष नहीं

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया है

Update: 2021-04-18 02:51 GMT

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया है. सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि बंगाल में चुनावी मेले की वजह से देशभर में कोरोना फैला, क्योंकि बीजेपी के तमाम नेता प्रचार के लिए बंगाल जा रहे थे और कोरोना का उपहार लेकर लौट रहे हैं. साथ ही कुंभ में जिस तरीके से लोगों जाने दिया गया, उससे भी हालात बिगड़े हैं.

सामना में लिखा गया, "देश में रोजाना कोरोना के मरीजों की संख्या दो लाख के पार पहुंच गई. लेकिन चुनावी मेले औक धार्मिक कुंभ मेला बिल्कुल भी रुकने को तैयार नहीं है. लाखों श्रद्धालु हरिद्वार में कुंभ मेले के लिए पहुंचे हैं. उन्होंने गंगा में शाही स्नान किया. इससे कोरोना का संसर्ग देशभर में बढ़ा है. पश्चिम बंगाल के चुनावी मेले भी प्रधानमंत्री रोकने को तैयार नहीं हैं. वहां कुंभ मेले के साधु-संतों को तो दोष क्यों दिया जाए?"
"कोरोना की दूसरी लहर के लिए चीन जिम्मेदार नहीं"
शिवसेना का कहना है कि कोरोना की आपदा को केंद्र सरकार गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है. पश्चिम बंगाल से भी कोरोना का उपहार लेकर बीजेपी कार्यकर्ता अपने-अपने राज्य में लौट रहे हैं. कोरोना के पहले संकट का ठीकरा सरकार ने चीन पर फोड़ा. ये सब चीन के वुहान प्रांत स्थित मछली बाजार से फैला, इसलिए दुनिया की तबाही के लिए सिर्फ चीन और चीन ही जिम्मेदार है. ये सभी ने तय कर दिया. लेकिन अब चीन कहां है? चीन की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है. चीन से कोरोना नष्ट हो गया है या नहीं, ये कहा नहीं जा सकता है. परंतु चीन से कोरोना की खबरें नहीं आती हैं. हिन्दुस्तान में कोरोना की पहली लहर के लिए चीन जिम्मेदार होगा भी, परंतु आज जो दूसरा तूफान आया है उसके लिए चीन नहीं, चुनाव आयोग और केंद्र सरकार ही पूरी तरह जिम्मेदार हैं.
शिवसेना ने की राहुल गांधी के अक्ल की तारीफ
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ करते हुए शिवसेना ने कहा, "विदेशी टीकों को हिंदुस्तानी बाजार में आने दो, ऐसा राहुल गांधी चिल्लाकर कह रहे थे. तब श्री गांधी विदेशी वैक्सीन कंपनियों के दलाल हैं, ऐसी आलोचना बीजेपी के केंद्रीय मंत्री कर रहे थे. परंतु अब देश की स्थिति नियंत्रण से बाहर होते ही विदेशी वैक्सीनों को हिंदुस्तान में आने की मंजूरी दे दी गई. रूस की कोरोना प्रतिबंधक स्पूतनिक वी वैक्सीन का आयात अप्रैल के अंत में शुरू होगा. मतलब राहुल गांधी का अध्ययन और अक्ल दिल्ली के वर्तमान शासकों से कहीं अधिक ऊंचा है और राहुल गांधी कोरोना की लड़ाई में सरकार से सौ कदम आगे हैं."
शिवसेना ने बताया चुनावी राज्यों में किसका होगा शासन
सामना में लिखा है कि तमिलनाडु, केरल में तो बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा. पुडुचेरी इस छोटे से केंद्र शासित राज्य में बीजेपी को बहुत ज्यादा दिलचस्पी नहीं है, इसलिए पूरी केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल जीतने के लिए ही राजनैतिक अखाड़े में उतर गई है. वहां भी ममता बनर्जी पूरी केंद्र सरकार को अकेले टक्कर देती दिख रही है. सवाल इतना ही है कि कल पश्चिम बंगाल बीजेपी ने जीत लिया तो देश से कोरोना संकट दूर होने वाला है क्या? या पश्चिम बंगाल में बीजेपी पराजित हो गई तो कोरोना का ठीकरा भी ममता बनर्जी पर फोड़कर दिल्लीश्वर हाथ झटकने वाले हैं क्या?


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