Sanchui के शिव चेले डल झील के लिए रवाना

Update: 2024-09-10 11:00 GMT
Bharmour. भरमौर। उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा में डल तोडऩे की रस्म को निभाने के लिए संचूई के शिव के चेले सोमवार को चौरासी परिक्रमा करने के उपरांत झील की ओर रवाना हो गए हैं। सोमवार को इनका रात्रि ठहराव धनछो में है। 10 सिंतबर को शिव के चेले सुबह मंगलवार दोपहर को डल झील पर पहुंचेंगे। बहरहाल मणिमहेश डल झील रवाना होते वक्त संचूई के शिव चेलों का आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए सोमवार को चौरासी रोड से पट् टी तक के हिस्से में स्थानीय लोगों की भीड उमडी रही। जानकारी के अनुसार सोमवार को शिव चेले संचूई गांव से भगवान भोले नाथ के जयकारे लगाते हुए चौरासी
मंदिर की ओर निकले।


इस दौरान उनका आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए गांव से लेकर चौरासी रोड तक स्थानीय लोगों की भी भीड़ उमड़ आई। लिहाजा सडक से गुजरते वक्त सैकडों की तादाद में स्थानीय लोगों ने शिव चेलों का आर्शीवाद लिया। जिसके बाद शिव चेले चौरासी मंदिर परिसर पहुंचे और यहां पर चौरासी मंदिरों की परिक्रमा करने के उपरांत प्राचीन शिव मंदिर में माथा टेका तथा डल झील की राह पर निकल पडे। उधर, चौरासी से पटटी तक के रास्ते में भी शिव चेलों का आर्शीवाद लेने के लिए लोगों की भीड जमा रही। जिसके बाद शिव चेलों की पैदल छड़ी दोपहर में पालधा पहुंची और यहां पर विश्राम करने के उपरांत हड़सर होते हुए धनछो की ओर प्रस्थान कर दिया है। रात्रि ठहराव धनछो में करने के उपरांत वह मंगलवार दोपहर झील पर पहुंचेंगे और डल तोडऩे की रस्म निभाएंगे।
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