संचालक गिरफ्तार, किसी School में ऐसा हो सकता है?

दोनों के ऊपर पुलिस ने हत्या कर साक्ष्य छिपाने की धारा के तहत केस दर्ज किया है।

Update: 2024-05-18 03:05 GMT
पटना: राजधानी पटना के दीघा के हथुआ कॉलोनी स्थित टिनी टॉट एकेडमी स्कूल में 4 साल के आयुष की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। परिजनों का आरोप है कि स्कूल में ही मासूम की हत्या कर उसके शव को गटर में छिपा दिया गया। सिटी एसपी मध्य चंद्रप्रकाश के मुताबिक पुलिस ने स्कूल संचालक धनराज झा व उसकी मां वीणा झा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के ऊपर पुलिस ने हत्या कर साक्ष्य छिपाने की धारा के तहत केस दर्ज किया है।
नकटा दियारा निवासी शैलेंद्र राय सपरिवार दीघा स्थित पोलसन रोड में रहते हैं और नासीरगंज के स्टील फैक्ट्री में काम करते हैं। मृतक आयुष उनका बड़ा बेटा था। छोटा बेटा एक वर्ष का है। आयुष और उसके चाचा के बच्चे टिनी टोट एकेडमी में ही कक्षा के बाद ट्यूशन पढ़ते थे। चाचा निशांत कुमार ने बताया कि बच्चे गुरुवार को छुट्टी के बाद 12 वर्षीय चचेरी बहन ने स्कूल में आयुष को ढूंढा लेकिन नहीं मिला। परिजनों के फोन पर स्कूल प्रबंधक ने कहा, बच्चा स्कूल आया ही नहीं। इसके बाद सूचना पर दीघा पुलिस ने छानबीन शुरू की। थानेदार ब्रजकिशोर सिंह ने जब स्कूल के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो गुरुवार सुबह 11:49 बजे आयुष प्ले रूम में खेलता दिखा। इसके बाद का 12 मिनट का फुटेज गायब था। कर्मचारियों ने इस फुटेज के बारे संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
छानबीन के दौरान पुलिस ने ऑटो चालक से पूछताछ की जो उसे लेकर गया था। चालक ने बताया कि उसने बच्चे को स्कूल के अंदर तक छोड़ा है। जबकि स्कूल प्रबंधक ने बताया कि आयुष वहां आया ही नहीं था। इसके बाद पुलिस ने एक महिला सहित वहां की तीन कर्मचारियों से पूछताछ शुरू की। तीनों कर्मचारियों का बयान भी पुलिस को संदेहास्पद लगा। इसके बाद पुलिस की शक की सूई स्कूल के कर्मियों और मालिक के ऊपर घूमने लगी। स्कूल कर्मचारियों से पूछताछ के बाद परिजन स्कूल के सामने स्थित प्ले रूम में गए। वहां दरी पर खिलौने और बेंच रखी हुई थी।
बच्चे की मां ने दरी हटाई तो देखा कि वहां एक गटर है। गटर का ढक्कन थोड़ा उठा लग रहा था। लोगों ने जब गटर का ढक्कन हटाया तो वहां आयुष का शव पड़ा पाया। उसके नाक से खून निकल रहा था। बच्चे के शरीर पर कुछ हल्की खरोंच भी थे। जिसके बाद इससे आक्रोशित लोगों ने स्कूल में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। पोल्सन रोड, दीघा-आशियाना रोड मोड़ व बाटागंज में आगजनी की और हंगामा किया। पुलिस के समझाने पर लोग शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा।
आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार की सुबह दीघा व आसपास की सड़कों को जाम कर दिया। टायर जलाकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। बाटागंज, दीघा-आशियाना मोड़ और पोलसन मोड़ पर आगजनी की। पोलसन रोड पर बांस लगाकर यातायात को रोक दिया गया था। इससे दानापुर-दीघा रोड, दीघा-आशियाना रोड, पोलसन रोड पर जाम लग गया। इसमें कई स्कूल की बसें फंस गई। लोग एंबुलेंस तक को जाने नहीं दे रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहन चालकों के साथ हाथापाई की। सुबह छह बजे से 10 बजे तक यातायात बाधित रहा। पुलिस के वरीय अधिकारियों ने मौके पर पहुंच लोगों को समझा-बुझाकर जाम को हटाया।
गटर में अपने कलेजे के टुकड़े का शव देखते ही मां बेहोश हो गई। होश आया तो दहाड़ मारकर रोने लगी। बेटवा कहां चल गइले... इतना कहती और लगातार उस दिन को कोस रही थी जब बच्चे का स्कूल में दाखिला कराया था। आसपास मौजूद अन्य लोगों ने किसी तरह उन्हें संभाला। इसके पूर्व भी आयुष के बड़े भाई की मृत्यु हो गई थी। वहीं आयुष से छोटा एक और भाई एक साल का है। आयुष की मौत से माता-पिता पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। परिजन स्कूल संचालक को कोस रहे थे। आयुष के चचेरे भाई और बहन टिनी टोट एकेडमी स्कूल में पढ़ रहे थे। आने-जाने में सुविधा की वजह से परिजनों ने बच्चे का दाखिला उसी स्कूल में करा दिया था।
घटना की सूचना से दीघा व आसपास के इलाके के हड़कंप मच गया। लोग एकत्र हो प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने इलाके की सड़कों पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, बच्चे के परिजन व इलाके की दर्जनों महिलाएं सुबह करीब आठ बजे हथुआ कॉलोनी स्थित टिनी टोट एकेडमी पहुंचीं और वहां तोड़फोड़ की। स्कूल वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। बेकाबू महिलाओं ने स्कूल में प्रिंसिपल रूम, बोर्ड और फर्नीचर में आग लगा दी। आग स्कूल के निचले तल मे फैल गई। बाद में दमकल की चार गाड़ियों ने मौके पर पहुंच एक घंटे में आग को काबू में किया।
आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार की सुबह दीघा व आसपास की सड़कों को जाम कर दिया। टायर जलाकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। बाटागंज, दीघा-आशियाना मोड़ और पोलसन मोड़ पर आगजनी की। पोलसन रोड पर बांस लगाकर यातायात को रोक दिया गया था। इससेे दानापुर-दीघा रोड, दीघा-आशियाना रोड, पोलसन रोड पर जाम लग गया। इसमें कई स्कूल की बसें फंस गई। लोग एंबुलेंस तक को जाने नहीं दे रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहन चालकों के साथ हाथापाई की। सुबह छह बजे से 10 बजे तक यातायात बाधित रहा। पुलिस के वरीय अधिकारियों ने मौके पर पहुंच लोगों को समझा-बुझाकर जाम को हटाया
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