Shimla. शिमला। राजधानी का सबसे भीड़-भाड़ वाले संजौली क्षेत्र में जाम को खत्म के लिए करीब अढ़ाई करोड़ की लागत से फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया गया था। लेकिन अब यह ब्रिज बेकार हो गया है। क्योंकि इस ब्रिज से सिर्फ कुछेक लोग ही रास्ता पार करते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस ब्रिज का काम अभी भी अधूरा पड़ा है। क्योंकि इस ब्रिज से वही लोग सडक़ पार करते हैं जिन्हें मालरोड की ओर जाना होता है। इसके अलावा लोग सडक़ से ही चलते हैं। बुजुर्गों की बात करे तो इस ब्रिज में चढऩे के लिए करीब 30 सीढिय़ां चढऩी पड़ती है।
इसके कारण बुजुर्ग भी इस ब्रिज से जाने में फरहेज ही करते हैं। आलम यह है कि जाम मुक्त बनाने के लिए फुटओवर ब्रिज लोगों के लिए अब परेशानी बना हुआ है। बता दें कि वर्तमान पार्षद और अन्य कई लोग इसका विरोध भी करते हैं। लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने इस ब्रिज का निर्माण करवाया है वह इसे लोगों के लिए फायदेमंद भी बताते हैं। खैर बात यह है कि इस ब्रिज का सही इस्तेमाल तभी होगा जब इसे पूरा किया जाएगा। ऐसा पूर्व की महापौर का कहना भी है। फुटओवर ने पूरे संजौली बाजार को ही ढक दिया है। दुकानदारों का कहना है कि संजौली की सुंदरता पर दाग सा लग गया है।