Hamirpur. हमीरपुर। कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को हमीरपुर में शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा पार्क में जिला स्तरीय समारोह आयोजित किया गया। इसमें उपायुक्त अमरजीत सिंह, एसपी भगत सिंह ठाकुर और अन्य अधिकारियों, भूतपूर्व सैनिकों और अन्य गणमान्य लोगों ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश पुलिस की टुकड़ी ने भी सलामी दी। इस अवसर पर शहीद सैनिकों को नमन करते हुए उपायुक्त अमरजीत सिंह ने कहा कि 25 वर्ष पूर्व भारत के वीर सैनिकों ने करगिल की दुर्गम पहाडिय़ों पर अद य साहस और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान की एक ऐसी गाथा लिखी थी, जिसे भारतवासी कभी भी नहीं भुला सकते हैं। इस युद्ध में भारत के वीर सैनिकों ने बेहद कठिन परिस्थितियों में जीत हासिल करके दुश्मन को एक बार फिर यह चेतावनी दी थी।
हमारी सीमाओं की ओर कोई आंख उठाकर भी नहीं देख सकता है। उपायुक्त ने कहा कि इस युद्ध में भारत के 527 वीर सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था जिनमें जिला हमीरपुर के भी 8 सैनिकों ने अपनी शहादत दी थी। उपायुक्त ने कहा कि हमारी सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिक सदैव तत्पर रहते हैं। सैनिकों और इनके परिजनों को स मान देना और उनकी सुविधाओं का ध्यान रखना हम सबका कत्र्तव्य है। अमरजीत सिंह ने कहा कि जिला हमीरपुर एक सैनिक बाहुल क्षेत्र है। इस अवसर पर उपायुक्त ने करगिल युद्ध के 8 शहीदों के परिजनों को विशेष रूप से सम्मानित किया। एसपी भगत सिंह ठाकुर ने उपस्थित लोगों को शहीदों के सम्मान की शपथ दिलाई। इससे पहले, जिला सैनिक कल्याण उपनिदेशक स्क्वाड्रन लीडर मनोज राणा ने उपायुक्त, एसपी और अन्य अधिकारियों, शहीद सैनिकों के परिजनों और भूतपूर्व सैनिकों का स्वागत किया तथा कारगिल युद्ध की गाथा का स्मरण किया। करगिल युद्ध के घायल वीर सैनिक हवलदार मेहर सिंह ने विचार रखे।