अयोध्या में रामलला के सखा त्रिलोकी नाथ पांडे का निधन
रामलला के सखा त्रिलोकी नाथ पांडे का निधन 70 साल की उम्र में हो गया.
अयोध्या. रामलला के सखा त्रिलोकी नाथ पांडे का निधन 70 साल की उम्र में हो गया. शुक्रवार की शाम उन्होंने लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे. पांडे ने करीब तीन दशक तक न्यायालय में रामलला के सखा के रूप में उनकी पैरवी की और वर्ष 2019 में उन्हें उनका हक दिलाया. त्रिलोकी नाथ पांडे के निधन पर विश्व हिंदू परिषद ने अपनी संवेदना जाहिर की है.
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि 1992 में ठाकुर प्रसाद के अस्वस्थ होने के बाद त्रिलोकी नाथ पांडे ने रामलला विराजमान के सखा के रूप में न्यायालय में रामलला का पक्ष रखना शुरू किया. वर्ष 2019 तक उन्होंने इस मुकदमे की पैरवी की और रामलला को उनका अधिकार दिलाया. उनके निधन पर विश्व हिंदू परिषद ने अपनी शोक संवेदना जाहिर की है. शरद शर्मा ने बताया कि त्रिलोकी नाथ पांडे बेहद मिलनसार प्रकृति के व्यक्ति थे. आम कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय रहे हैं. बीते कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब था. लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में शुक्रवार शाम उनका निधन हुआ. उन्हें सांस लेने और सीने में दर्द की शिकायत थी. वास्तव में उनका निधन विश्व हिंदू परिषद के लिए अपूरणीय क्षति है.
1989 से विश्व हिंदू परिषद में सक्रिय भूमिका निभा रहे त्रिलोकी नाथ पांडे 1992 में अयोध्या में आकर कारसेवक पुरम से रामलला के सखा के तौर पर मुकदमा लड़ रहे थे. त्रिलोकी नाथ पांडे का शव कारसेवक पुरम में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. उनका पार्थिव शरीर देर रात अयोध्या पहुंचेगा. सूत्रों के मुताबिक, त्रिलोकी नाथ पांडे के गृह जनपद बलिया में हो सकता है उनका अंतिम संस्कार.