प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया
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New Delhi. नई दिल्ली। बंदर सेरी बेगवान (ब्रुनेई दारुस्सलाम): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में मंगलवार (3 सितंबर) को ब्रुनेई पहुंचे। प्रधानमंत्री का राजधानी बंदर सेरी बेगवान में ब्रुनेई के क्राउन प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ब्रुनेई के साथ मजबूत संबंधों, विशेषकर वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हैं। पीएम मोदी द्विपक्षीय यात्रा पर ब्रुनेई पहुंचने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी अपनी यात्रा के दौरान ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान के एक होटल में पहुंचे। इस दौरान भारतीय समुदाय ने उनका स्वागत किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने X पर एक पोस्ट में लिखा, "ब्रुनेई दारुस्सलाम में उतरा। हमारे देशों के बीच मजबूत संबंधों की आशा है, विशेष रूप से वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने में। मैं हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए क्राउन प्रिंस हिज रॉयल हाईनेस प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह को धन्यवाद देता हूं।"
प्रधानमंत्री मोदी को एयरपोर्ट पर 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने X पर एक पोस्ट में कहा, "ब्रुनेई पहुंचने पर प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत किया गया। 'क्राउन प्रिंस' हाजी अल-मुहतदी बिल्लाह ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।" जायसवाल ने कहा, "यह यात्रा खास है, क्योंकि यह भारत के प्रधानमंत्री की ब्रुनेई की पहली द्विपक्षीय यात्रा है और यह ऐसे समय हो रही है, जब दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।" प्रधानमंत्री ने दोनों देशों की अपनी तीन दिवसीय यात्रा शुरू करते हुए ब्रुनेई दारुस्सलाम के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को आगे बढ़ाने तथा सिंगापुर के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के प्रति विश्वास व्यक्त किया।
पीएम मोदी जब होटल पहुंचे तो भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने समुदाय के लोगों से बातचीत की। एक बच्ची ने पीएम मोदी को उनका 'स्केच' भेंट किया। प्रधानमंत्री ने बच्ची को अपना ऑटोग्राफ दिया। इससे पहले, पीएम मोदी ने रवाना होने से पहले नई दिल्ली में जारी एक बयान में कहा, "आज, मैं ब्रुनेई दारुस्सलाम की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर जा रहा हूं। जैसा कि हम अपने राजनयिक संबंधों के 40 वर्षों का जश्न मना रहे हैं, मैं सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया और शाही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अपनी बैठकों की प्रतीक्षा कर रहा हूं, ताकि हमारे ऐतिहासिक संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सके।" विदेश मंत्रालय ने पूर्व में कहा था कि इस यात्रा से ब्रुनेई के साथ रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति के साथ-साथ लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित सभी मौजूदा क्षेत्रों में दोनों देशों का सहयोग और मजबूत होगा तथा नए क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे जाएंगे।