जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति कोविंद , उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया स्वागत
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अपने चार दिवसीय दौरे के क्रम में रविवार को यहां पहुंचे.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अपने चार दिवसीय दौरे के क्रम में रविवार को यहां पहुंचे. अधिकारियों ने बताया कि कोविंद सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर यहां श्रीनगर हवाईअड्डे पर पहुंचे और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुलिस एवं केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति का यह दौरा 25 जुलाई से 28 जुलाई तक रहेगा. इस दौरान देश के हित के लिए रामनाथ कोविंद ने कई अहम फैसले लिए हैं.
उन्होंने बताया कि 25 जुलाई से 28 जुलाई तक के इस दौरे में राष्ट्रपति सोमवार को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) की 22वीं वर्षगांठ पर कारगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए लद्दाख के द्रास जाएंगे.इससे पहले 2019 में, खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति कारगिल विजय दिवस में हिस्सा लेने के लिए द्रास नहीं जा पाए थे और इसकी जगह उन्होंने यहां बादामी बाग क्षेत्र स्थित सेना की 15वीं कोर के मुख्यालय में युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी थी.
कश्मीर विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह को करेंगे संबोधित
मंगलवार को, राष्ट्रपति कश्मीर विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे. अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति के दौरे के लिए सुरक्षा इंतजामों के तहत राजभवन (जहां राष्ट्रपति ठहरेंगे) जाने वाले दो मार्गों पर यातायात को रविवार से बुधवार तक के लिए दूसरे मार्गों पर मोड़ दिया गया है. यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के कुछ इलाकों में मार्ग परिवर्तन किया गया है.
राष्ट्रपति पद के चौथे वर्ष के दौरान गतिविधियों पर प्रकाश डालने वाली एक ई-बुक भी साझा की गयी है.'ई-बुक' के एक अध्याय में कहा गया है कि फरवरी-मार्च 2021 में राष्ट्रपति भवन के वार्षिक उद्यानोत्सव के दौरान 34,293 लोगों ने मुगल गार्डन का भ्रमण किया. फरवरी से 13 अप्रैल के बीच 4,817 लोग राष्ट्रपति भवन आए और जनवरी 2021 से 13 अप्रैल, 2021 के बीच 7,458 लोगों ने राष्ट्रपति भवन संग्रहालय का भ्रमण किया.
राष्ट्रपति भवन में स्वतंत्रता दिवस पर 'एट होम' समारोह के लिए, कोविंद ने दिल्ली में अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे कुछ कोरोना योद्धाओं को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया और देश भर में अनगिनत लोगों की जान बचाने में उनके साहस और समर्पण की सराहना की.