Pornography case: यश ठाकुर ने IB के अधिकारी की पत्नी के नाम पर फ़्लिज मूवीज़ ऐप को करावाया था रजिस्टर, भेजता था गहने- जाने पूरा मामला

क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि अपने आपको जांच एजेंसियों की रडार से बचाने के लिए यश ठाकुर ने ऐप्लिकेशन को सचीन्द्र रुमाले नाम के शख़्स की पत्नी के नाम पर रजिस्टर कराया था, सचिंद्र इंटेलीजेंस ब्यूरो में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर के रूप में काम करता है.

Update: 2021-07-25 16:49 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  Pornography case: पोर्नोग्राफी मामले में वांटेड आरोपी अरविंद श्रीवास्तव उर्फ़ यश ठाकुर ने भारत में इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) में काम करने वाले अधिकारी को फंसाया था. इसके लिए यश ठाकुर ने फ़्लिज मूवीज़ नाम के ऐप्लिकेशन को इंटेलिजेंस ब्यूरो में काम करने वाले अधिकारी की पत्नी के नाम पर रजिस्टर करावाया था.

क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि अपने आपको जांच एजेंसियों की रडार से बचाने के लिए यश ठाकुर ने ऐप्लिकेशन को सचीन्द्र रुमाले नाम के शख़्स की पत्नी के नाम पर रजिस्टर कराया था, सचिंद्र इंटेलीजेंस ब्यूरो में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर के रूप में काम करता है.
रूमाले ने अपने बयान में क्राइम ब्रांच को बताया कि उसकी 2005 में यश ठाकुर से याहू मैसेंजर पर दोस्ती हुई थी. साल 2017 में भोपाल में ट्रांसफ़र होने के बाद यश ठाकुर ने दोबारा फ़ेसबुक के माध्यम से उसके सम्पर्क में आया था. तब उसने रूमाले को कुछ अवॉर्ड विनिंग मूवी देखने के लिए भेजी और कहा कि हमें भी ओटीटी प्लेटफ़ोर्म बनाना चाहिए और उसपर इस तरह की फिल्म अपलोड करनी चाहिए.
सचीन्द्र ने पुलिस को कहा कि वो सिंगापुर में रहता है और शूटिंग के लिए अमेरिका और जर्मनी जैसे देशी में जाता रहता है इसलिए वो भारत में इस तरह के ऐप्लिकेशन वाली कंपनी नहीं शुरू कर सकता, इसलिए उसने मुझे मेरे नाम पर कंपनी खोलने के लिए कहा और कहा कि वो मुझे सब्सक्राइबर से आने वाले पैसों से पैसे देगा. उसने उस ऐप्लिकेशन का नाम फ़्लिज मूवीज़ रखा चूंकि मैं सरकारी कर्मचारी हूं इसलिए मैंने कंपनी मेरी पत्नी के नाम से शुरू की.
यश ने अप्रैल 2019 में उस ऐप्लिकेशन पर अवॉर्ड विनिंग फिल्में प्रसारित करना शुरू किया. वो इसे सिंगापुर से प्रसारित करता था. चूंकि ऐप्लिकेशन मेरी बीवी के नाम पर था, तो बैंक अकाउंट भी हमारे ही नाम पर था. पर अकाउंट का यूज़र और पासवर्ड उसके पास था.
कुछ समय बाद यश उस ऐप्लिकेशन पर एडल्ट मूवी अपलोड करने लगा और सब्सक्राइबर बढ़ने लगे और अकाउंट में पैसे भी ज़्यादा आने लगे. उसने कई लोगों को बैंक अकाउंट की बेनिफिशियरि की लिस्ट में एड किया था और उन्हें पैसे भेजता था. उसने मुझसे ओटीपी लेकर गहना वशिष्ठ, तनवीर हाशमी और दूसरे लोगों को बड़ी मात्रा में पैसे भेजे हैं.
सचीन्द्र ने बताया कि ऑगस्त 2020 में मैंने फ़्लिज पर पोर्न के प्रोमो देखे जिसके बाद मेरी उसके साथ कहा सुनी हो गयी और फिर उसने उस ऐप्लिकेशन को बंद करने का निर्णय लिया और सारे कंटेंट न्यू फ़्लिक्स पर ट्रांसफ़र कर दिए गए.
हालाकिं हमने यश ठाकुर से बात की तो उन्होंने यह कन्फ़र्म किया कि यह कम्पनी सचीन्द्र की पत्नी के नाम पर थी. पर यह भी कहा कि वो सिर्फ़ ऐप्लिकेशन बनाते हैं, चलाते नहीं, उन्होंने सचीन्द्र के आरोपों को ग़लत बताया और कहा कि उन्होंने तो सिर्फ़ अपनी प्रोफेशनल फ़ीस ली थी.
इसके अलावा यश ठाकुर ने कहा कि उनका और राज कुंद्रा का कोई सम्बंध नहीं है.
गहना की गिरफ़्तारी के बाद हुए उनके और तनवीर के बीच के चैट पर जब हमने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि वो सिर्फ़ अपडेट ले रहे थे, क्योंकि वो भारत में नहीं हैं और सिर्फ़ तनवीर को जानते थे.
यश ठाकुर ने मुंबई पुलिस पर भी गम्भीर आरोप लगाए और कहा कि पुलिस ने उनसे पैसे मांगे थे और ये पैसे उन्होंने किसी बिचौलिए के माध्यम से मांगे थे. वो भारत में नहीं हैं इसलिए उन्होंने मेल के माध्यम से इस बात की शिकायत की थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.


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