आस्था के महाकुंभ में सियासत की डुबकी

Update: 2024-05-06 09:56 GMT
नगरोटा बगवां। जहां भीड़ हो, वहां सियासत न हो, यह हो ही नहीं सकता। यूं भी कहा जा सकता है कि भीड़ और राजनेताओं रिश्ता बहुत घनिष्ठ है। मौका जब चुनावी परीक्षा का हो, तो भीड़ का हिस्सा बनना और भी लाजिमी हो जाता है। प्रदेश में होने वाले सभी आयोजनों में से सबसे अधिक भीड़ जुटाने की कुव्वत रखता है राधास्वामी सत्संग व्यास। यही कारण है कि चुनावी वेला में परौर में हो रहे धर्मिक समागम में देश-प्रदेश के कई नेता हाजिरी भर रहे हैं। हर साल की भांति इस बार भी परौर में आयोजित हुए विशाल समागम में लाखों की भीड़ जुटी, जो प्रत्याशित थी। यही वजह है कि आस्था के इस महाकुंभ में अब सियासत की नजरें भी गढऩे लगी हैं, जिनका भले ही आस्था से कहीं भी दूर-दूर तक रिश्ता न हो।

यह भी सही है कि बड़े संगठनों को फलने फूलने, स्थापित होने ओर उनके आयोजनों को सफल बनाने के लिए राजनीति की भी जरूरत रहती है। यही वजह है कि साल दर साल नेता लोग धार्मिक समागमों में अपनी हाजिरी भरना नहीं भूलते। वर्ष 2022 में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान देश के प्रधानमंत्री स्वयं डेरा प्रमुख से मिले, वहीं वर्तमान समय में जब देश में लोकसभा चुनाव सिर पर हैं, तो केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य, आनंद शर्मा, विनोद सुल्तानपुरी, डा. राजीव भारद्वाज, विपिन परमार, संजय रतन, आशीष बुटेल, त्रिलोक कपूर, संजय चौहान आदि का समागम का हिस्सा बनना और गुरुजी का आशीर्वाद पाना मौजूदा दौर में स्वाभाविक है।
Tags:    

Similar News