नई दिल्ली: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामा में भाजपा की एंट्री हो गई है. केंद्र की भाजपा सरकार ने शिवसेना के 15 बागी विधायकों को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है. उधर, महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में ठाकरे और शिंदे समर्थक समर्थन और विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं. गुवाहाटी में मौजूद शिंदे गुट ने उद्धव ठाकरे के समर्थन में खड़े विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए कोर्ट जाने की तैयारी में है. इस संबंध में शिंदे गुट की एक बैठक भी हुई जिसमें कानूनी रणनीति के बारे में विचार विमर्श किया गया.
फ्लोर टेस्ट पर शरद पवार ने कहा कि हमें लगता है कि जब ये लोग वापस आएंगे तो हमारे साथ होंगे. पवार ने कहा कि शिवसेना का एक समूह अलग हो गया है और उनका बयान स्पष्ट रूप से साबित करता है कि उन्हें सिर्फ सत्ता (कुर्सी) चाहिए.
शरद पवार ने कहा कि विधायक जो कह रहे हैं कि उन्हें एनसीपी से दिक्कत है. वे सिर्फ बहाना कर रहे हैं. अगर ऐसी बात है तो पिछले 2.5 साल से वे कहां थे? उन्होंने आगे कहा कि गुवाहाटी जाने वाले विधायक पर कार्रवाई का फैसला उद्धव करेंगे.
पवार ने आगे कहा कि यह बात सच है कि एकनाथ शिंदे ने नया गठबंधन करने की बात कही. एक दिन पहले ही शिंदे ने कहा था कि उन्हें एक राष्ट्रीय पार्टी का समर्थन है. उनकी बातों से स्पष्ट है कि वे भाजपा की बात कर रहे थे. बागी विधायकों की सुरक्षा के सवाल पर पवार ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के गृह मंत्री का बयान पढ़ा है. हिंसा नहीं होनी चाहिए और इसलिए उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा रही है. पवार ने आगे कहा कि गुवाहाटी से एमएलए मुंबई आएंगे. अगर उनके पास नंबर है तो वे वहां क्यों हैं?
आदित्य ठाकरे के मुताबिक उद्धव ने 30 मई को एकनाथ शिंदे को सीएम पद की पेशकश की थी. उद्धव की तबीयत खराब है, इसलिए शिंदे इस समय का फायदा उठा रहे हैं. आदित्य ने आगे कहा कि अगर इस खेल में बीजेपी शामिल नहीं है तो उनके लोग वहां विधायकों से क्यों मिल रहे हैं.
आदित्य ने आगे कहा कि जैसे IPL में बोली लगती है, वैसे ही अब एमएलए की बोली लगती है. उन्होंने कहा कि मैंने रेस कोर्स देखा है, लेकिन इन लोगों ने पूरा हॉर्स मार्केट खरीद लिया है. महाराष्ट्र के कृषि मंत्री (दादाजी भुसे) को मानसून की बारिश शुरू होने पर यहां होना चाहिए था, लेकिन वह बाढ़ वाले राज्य में पार्टी कर रहे हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत ने की विधायकों पर टिप्पणी आई है. उन्होंने कहा कि जो 40 लोग वहां हैं, वे जिंदा लाशें हैं. यहां सिर्फ उनके शरीर वापस आएंगे, उनकी आत्मा वहीं मर चुकी होगी. जब ये 40 लोग यहां से बाहर निकलेंगे, तो उनका दिल जिंदा नहीं होगा. उन्हें पता है कि यहां जो आग लगी है उसका क्या अंजाम हो सकता है.