PM नरेंद्र मोदी इटली के लिए रवाना

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Update: 2024-06-13 13:34 GMT
New Delhi. नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Narendra Modi इटली के लिए रवाना हुए। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 14 जून को जी7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली के अपुलिया जा रहे हैं। शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरे कार्यकाल का कार्यभार संभालने के बाद आज बुधवार को अपनी पहली विदेश यात्रा के के लिए इटली दौरे पर रवाना हो गए है। पीएम मोदी इटली में जी7 समिट में शामिल होंगे। जी7 शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून तक इटली के अपुलिया क्षेत्र के लग्जरी रिजार्ट बोरगो एग्नाजिया में आयोजित होगा। जी7 की बैठक में यूक्रेन और गाजा युद्ध पर चर्चा होने की संभावना है। जी7 विश्व की सात बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं। शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले शीर्ष नेताओं में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो शामिल हैं।
इटली में भारतीय राजदूत वाणी राव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी7 शिखर सम्मेलन में उपस्थित अन्य नेताओं के साथ भारत और वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री मोदी को जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। यह जी7 शिखर सम्मेलन में भारत की 11वीं भागीदारी होगी, इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी लगातार पांचवीं बार जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं।
विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक विशेष ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्रधानमंत्री की लगातार तीसरे कार्यकाल में पदभार ग्रहण करने के बाद पहली विदेश यात्रा होगी।
सचिव ने कहा कि इससे उन्हें जी7 शिखर सम्मेलन में उपस्थित अन्य विश्व नेताओं के साथ भारत और वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत करने का अवसर भी मिलेगा। क्वात्रा ने कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र का फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर होगा। इस दौरान पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी वैश्विक चुनौतियों को हल करने के लिए भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों की बढ़ती मान्यता और योगदान को दर्शाती है। जिसमें जिसमें शांति, सुरक्षा, विकास और पर्यावरण संरक्षण शामिल हैं। इस जी7 शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी भारत द्वारा हाल ही में आयोजित जी20 की अध्यक्षता के संदर्भ में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां भारत ने कई विवादास्पद मुद्दों पर वैश्विक सहमति बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई। भारत ने अब तक वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के दो सत्र आयोजित किए हैं, जिनका उद्देश्य वैश्विक मंच पर वैश्विक दक्षिण के हितों, प्राथमिकताओं और चिंताओं को लाना है। जी7 में भी हमने हमेशा वैश्विक दक्षिण के मुद्दों को सबसे आगे रखा है।
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