पीएम मोदी का किसानों के लिए बड़ा फैसला, अब पशुओं के लिए भी शुरू होगी एंबुलेंस सर्विस
किसानों की इनकम डबल करने के मकसद से मोदी सरकार (Modi Government) ने डेयरी सेक्टर के लिए एक और बड़े पैकेज का एलान किया है.
किसानों की इनकम डबल करने के मकसद से मोदी सरकार (Modi Government) ने डेयरी सेक्टर के लिए एक और बड़े पैकेज का एलान किया है. सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया कि अब इंसानों की तरह पशुओं के लिए भी एंबुलेंस सर्विस शुरू की जाएगी. सुदूर गांवों और दुर्गम क्षेत्रों में अब पशुपालकों को अपने पशुओं के इलाज के लिए भटकना नहीं होगा. उनके लिए भी एंबुलेस सर्विस को शुरू किया जाएगा. यह पशुपालन और डेयरी (Animal Husbandry and Dairy) क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ा कदम है. ठाकुर बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिए गए अहम फैसलों की जानकारी दे रहे थे.
ठाकुर ने बताया कि सरकार ने पशुपालन विकास योजना का एलान किया है. जिसके तहत 54,618 करोड़ रुपये का अनुमानित निवेश होगा. उन्होंने बताया कि यह फैसला ग्रामीण भारत के विकास से जुड़ा हुआ है. इससे किसानों और पशुपालकों की जिंदगी में बदलाव आएगा. इस पर केंद्र सरकार 9800 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
तीन योजनाएं शामिल
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस पैकेज में तीन प्रमुख योजनाएं शामिल हैं. जिसमें पशुधन विकास योजना, राष्ट्रीय गोकुल मिशन (Rashtriya Gokul Mission:) और नेशनल एनिमल डिजीज प्रोग्राम शामिल होगा. जिसमें अच्छे परिणाम के आधार पर किसानों को इंसेंटिव दिए जाएंगे. जिससे कि योजनाओं का व्यय उस दिशा में हो जिससे पशुपालकों की आय बढे.
क्या है मकसद
पशुपालन और डेयरी के लिए इस पैकेज के तहत क्वालिटी ब्रीडिंग से लेकर उपचार, टीकाकरण, डेयरी इंफ्रास्ट्रक्चर और टेस्टिंग पर निवेश होगा.
जो पशुओं का टीकाकरण करने, चिलिंग प्लांट लगाने और प्रोसेसिंग के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में मददगार होगी. इसके लिए क्वालिटी टेस्टिंग के लिए एक्यूपमेंट पर भी खर्च होगा.
डेयरी इंफ्रास्ट्रक्चर केवलपमेंट फंड के तहत वर्किंग कैपिटल पर ब्याज छूट भी मिलेगी, जिससे और पशुओं को रखने का मौका मिलेगा.
पशुपालन, दूध उत्पादन में भारत
देश की कृषि अर्थव्यवस्था (Economy) में डेयरी सेक्टर का योगदान 28 फीसदी है. सालाना करीब 8 लाख करोड़ रुपयों का कारोबार है.भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है. वर्ष 2018 में 176.3 मिलियन टन दूध का उत्पादन हुआ. विश्व के कुल दूध उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी लगभग 20 फीसदी है.
भारत में हर रोज करीब 50 करोड़ लीटर दूध का उत्पादन होता है. इसमें से लगभग 20 फीसदी संगठित और 40 फीसदी असंगठित क्षेत्र खरीदता है. लगभग 40 फीसदी दूध का इस्तेमाल किसान खुद करता है. 20वीं पशुधन गणना के मुताबिक देश में मादा मवेशी (गायों की कुल संख्या) 145.12 मिलियन आंकी गई है. जो पिछली गणना (2012) की तुलना में 18.0 प्रतिशत अधिक है. जबकि कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन है.
भारत में हर रोज करीब 50 करोड़ लीटर दूध का उत्पादन होता है. इसमें से लगभग 20 फीसदी संगठित और 40 फीसदी असंगठित क्षेत्र खरीदता है. लगभग 40 फीसदी दूध का इस्तेमाल किसान खुद करता है.