8 सितंबर को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, उपलब्ध होंगी ये जनसुविधाएं
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नई दिल्ली: नई संसद वाला सेंट्रल विस्टा एवेन्यू बनकर तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार यानी 8 सितंबर को इसका उद्घाटन करेंगे. इसके बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. ये एवेन्यू विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक है. इसकी तस्वीरें भी सामने आ गईं हैं. बताया जा रहा है कि यहां आम लोगों की हर जरूरत का खास ध्यान रखा गया है.
राजपथ के साथ बने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू हर राज्य के फूड स्टॉल, रेड ग्रेनाइट से बना फुटपाथ और चारों ओर हरियाली होगी. साथ ही यहां वेंडिंग जोन, पार्किंग लॉट और चौबीसों घंटे सुरक्षा होगी. हालांकि, इंडिया गेट से मान सिंह रोड तक यहां खाना खाने की अनुमति नहीं होगी.
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत विजय चौक से इंडिया गेट तक का रास्ता 20 महीने बाद आम लोगों के लिए खुलेगा. 8 सितंबर को उद्घाटन के बाद 9 सितंबर से इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
CPWD ने यहां 5 वेंडिंग जोन बनाए हैं. हर जोन में 40 वेंडर होंगे. हालांकि, गार्डन एरिया में इन्हें अपना सामान बेचने की अनुमति नहीं होगी. एक सीनियर अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि इंडिया गेट के पास दो ब्लॉक बनाए गए हैं और हर ब्लॉक में 8 दुकानें हैं. उन्होंने बताया कि कुछ राज्यों ने यहां फूड स्टॉल खोलने की इच्छा जताई है.
क्या-क्या खास है सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में?
- 19 एकड़ में फैले नहर के इलाके को पुनर्विकसित किया गया है. यहां 16 पुल बनाए गए हैं. कृषि भवन और वाणिज्य भवन के पास बोटिंग कर सकेंगे.
- यहां पर पार्किंग लॉट बनाया गया है. इस लॉट में 1,125 गाड़ियां खड़ी हो सकेंगे. इसके अलावा इंडिया के पास भी पार्किंग के लिए स्पेस है, जहां 35 बसें खड़ी हो सकेंगी.
- 74 ऐतिहासिक लाइट पोल्स और चेन लिंक्स को रिस्टोर किया गया है. साथ ही 900 से ज्यादा नए लाइट पोल्स भी लगाए गए हैं.
- सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में 3.90 लाख वर्ग मीटर का ग्रीन एरिया है. लोगों के टहलने के लिए 15.5 किमी लंबा रास्ता तैयार किया गया है. इस पर रेड ग्रेनाइट लगाए गए हैं. जबकि, पहले ये रास्ता बाजरी रेत से बना था.
- कोई चोरी न हो या नई सुविधाओं को कोई नुकसान न पहुंचे, इसके लिए यहां पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहेंगे. चौबीसों घंटे करीब 80 सुरक्षाकर्मी यहां मौजूद रहेंगे.
क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट?
- इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ के दोनों ओर के क्षेत्र को सेंट्रल विस्टा कहते हैं. मोदी सरकार सेंट्रल विस्टा नए सिरे से विकसित कर रही है. इसके तहत नया संसद भवन, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति का आवास और दफ्तर बनाए जाएंगे. इस पूरे प्रोजेक्ट पर 13,450 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
- सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत, प्रधानमंत्री का नया साउथ ब्लॉक और उपराष्ट्रपति का आवास नॉर्थ ब्लॉक के पास बनाया जा रहा है. मौजूदा नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को म्यूजियम में बदला जाएगा. जबकि, उपराष्ट्रपति आवास समेत कई पुरानी बिल्डिंग्स को ढहा दिया जाएगा.
- नया संसद भवन त्रिकोण के आकार में बन रहा है. ये 64,500 वर्ग मीटर में फैला होगा. नए संसद भवन में 1,224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था रहेगी. इसमें लोकसभा के 888 सांसद और राज्यसभा के 384 सांसद बैठ सकेंगे. मौजूदा समय में लोकसभा में 545 और राज्यसभा में 245 सांसद हैं. नए संसद भवन में हर सांसद का अपना अलग से ऑफिस भी होगा.
- नया संसद भवन इस साल तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है. जबकि, पूरा प्रोजेक्ट 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पूरा होने की संभावना जताई गई है. नया संसद भवन बनने के बाद पुराने संसद भवन का इस्तेमाल संसदीय कामकाज में होता रहेगा.