Modi Oath Ceremony: नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण समारोह समाप्त हो गया है।
मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा नेता संजय सेठ, सतीश चंद्र दुबे, भागीरथ चौधरी, डॉ. पेम्मासनी चंद्रशेखर, भाजपा नेता कमलेश पासवान, अजय टम्टा, डॉ. एल. मुरुगन, वी सोमन्ना, निखिल खडसे, दुर्गा दास उइके, नित्यानंद राय, राजभूषण चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद अब 18वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह आज शाम 7.15 बजे राष्ट्रपति भवन में शुरू हुआ. नरेंद्र मोदी ने आज तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्री भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ले रहे हैं. पीएम मोदी की कैबिनेट में उनके अलावा 30 मंत्री अब तक शामिल हुए.
शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को न्योता मिला. खड़गे भी शपथ ग्रहण में शामिल हुए. प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के पड़ोसी देशों के नेता भी शामिल हुए. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने समारोह में हिस्सा लिया.
पीएम मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के अलावा भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड', मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाई। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय को डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हराया। पीएम मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे। पीएम नरेंद्र मोदी को 6,12,970 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस के अजय राय को 4,60,457 और बसपा के अतहर जमाल लारी को 33,766 मत प्राप्त हुए है। पीएम मोदी वाराणसी सीट पर 1 लाख 50 हजार 513 वोट से चुनाव में विजयी हुए।
नरेंद्र मोदी की अगुआई में लगातार तीसरी बार NDA की सरकार बनी. नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे नेहरू के बाद ऐसा करने वाले दूसरे पीएम बन गए हैं। मोदी के बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली।
राष्ट्रपति भवन में 7 देशों के लीडर्स के अलावा देश के फिल्म स्टार भी इस समारोह में पहुंचे। इनमें अक्षय कुमार, शाहरुख खान, विक्रांत मेसी और राजकुमार हिरानी शामिल हैं। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी भी दिखे। मोदी ने रविवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे अटल जी की समाधि और नेशनल वॉर मेमोरियल गए। सुबह मोदी ने अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ मीटिंग की। लगातार छठी बार सांसद बने जुएल ओरांव भाजपा में प्रमुख आदिवासी चेहरा हैं। संघ के करीबी हैं। अटल सरकार में भी मंत्री रहे थे।
वीरेंद्र खटीक ने टीकमगढ़ से कांग्रेस के पंकज अहिरवार को 4 लाख से ज्यादा वोटों से हराया।वीरेंद्र संघ से जुड़े रहे। ABVP से छात्र राजनीति की शुरुआत की। 8 बार से सांसद हैं। 2019 में प्रोटेम स्पीकर चुने गए थे। राम मोहन नायडू ने श्रीकाकुलम से YSRCP के तिलक पराड़ा को 3.27 लाख वोटों से हराया।तीसरी बार सांसद बने। सबसे कम उम्र के मंत्री हैं। चंद्रबाबू नायडू के करीबी हैं। पिता येरन नायडू की एक्सीडेंट में मौत के बाद राजनीति में आए।
सर्बानंद सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पिछली बार हिमंता बिस्व सरमा के CM बनने के बाद केंद्र में मंत्री बने। दो बार मोदी कैबिनेट में रह चुके हैं। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। धर्मेंद्र प्रधान पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इससे पहले वे राज्यसभा में रहे। संगठन में लंबा अनुभव। मोदी-शाह के करीबी। मुंबई नॉर्थ से पहली बार सांसद बने। मोदी के करीबी। मोदी कैबिनेट में रेल, कोयला और वाणिज्य मंत्री रह चुके। पिता वेदप्रकाश गोयल भी केंद्रीय मंत्री रह चुके।