Piyush Jain: काकादेव थाने में बीती पीयूष जैन की पहली रात, फर्श पर सोया, ठिकानों पर अभी भी जारी है छापेमारी

Update: 2021-12-27 07:59 GMT

कानपुर: कानपुर के अरबपति इत्र कारोबारी पीयूष जैन के अलग-अलग ठिकानों पर अब तक हुई छापेमारी में 257 करोड़ से ज्यादा कैश और भारी मात्रा में सोना-चांदी बरामद की गई है. साथ ही कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं. 50 घंटे से भी ज्यादा लंबी पूछताछ के बाद रविवार को पीयूष जैन को गिरफ्तार किया गया जिसके बाद पीयूष की पहली रात कानपुर के काकादेव थाने में गुजरी.

कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किए जाने के बाद पूछताछ के लिए काकादेव थाने लाया गया था जहां वो सोमवार की सुबह एक कमरे में कंबल ओढ़कर फर्श पर सोए हुए पाए गए. उन्हें थाना परिसर में बने महिला हेल्प डेस्क के केबिन में सोने के लिए जगह दी गई थी.
जिस कारोबारी की अलमारी में करोड़ों रुपये सामान की तरह रखे हुए थे, उसे जांच एजेंसियों की हिरासत में पहली रात फर्श पर सोकर बितानी पड़ी. पीयूष जैन को आज मेडिकल चेकअप के बाद कानपुर कोर्ट में पेश किया जाना है.


पैतृक आवास पर छापा जारी
बता दें कि सोमवार को भी पीयूष जैन के पैतृक आवास पर जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं. वहां डीजीजीआई की टीम के साथ एसबीआई की भी एक टीम नोट गिनने की तीन मशीनें के साथ पहुंची है. माना जा रहा है कि सोमवार की शाम तक नोटों की गिनती चलेगी जिसके बाद देर रात कुल कितनी रकम बरामद की गई है उसकी जानकारी सामने आएगी.
मिला खजाना
पीयूष जैन के ठिकानों पर अब तक की गई छापेमारी में 257 करोड़ रुपये कैश, कई किलो सोना, 16 बेशकीमती प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिल हैं जिसमें कानपुर में 4, कन्नौज में 7, मुंबई में 2 दिल्ली में 1 संपत्ति शामिल है. जानकारी के मुताबिक पीयूष जैन ने देश से बाहर दुबई में भी दो पोपर्टी खरीद रखी है.
22 दिसंबर को जिस वक्त पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी शुरू हुई थी उस वक्त वो अपने पिता के इलाज के सिलसिले में दिल्ली में थे. जांच टीम के बुलाने पर पीयूष जैन को दिल्ली से कानपुर पहुंचना पड़ा.
आज की पड़ताल में ये भी सामने आया है कि पीयूष जैन अपने अत्यधिक पैसे की वजह से जांच एजेंसियों और लोगों की नजर में ना आए इसके लिए वो दो पुरानी खटारा कारों का इस्तेमाल करता था. उसे नई और महंगी कारों को कोई शौक नहीं था.
इतना ही नहीं, अपनी वास्तविकता छुपाए रखने के लिए पीयूष जैन तमाम ठिकानों पर एक-डेढ़ सालों में सभी चौकीदारों को बदल देता था. कोई भी बात लीक ना हो जाए इसके लिए पीयूष जैन ने चौकीदारों के घर के अंदर जाने पर भी रोक लगा रखी थी.
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