Beas-Parvati में फोटो शूट पड़ रहा भारी, एक महीने में छह सैलानियों की मौत

Update: 2024-06-28 11:27 GMT
Kullu. कुल्लू। ब्यास और पार्वती नदी धार्मिक एवं पवित्र नदी है। लेकिन इन नदियों में पेश आ रहे हादसे थोड़े चिंताजनक हैं। यह नदियों का दोष नहीं बल्कि जिला प्रशासन की अनदेखी और पर्यटकों की लापरवाही का नतीजा है। नदी किनारे के गोला आकार वाले पत्थरों के ऊपर से फोटो खींचने के दौरान पर्यटक नियंत्रण खो बैठे और नदी में सीधे समाए। न ही नदी किनारे सूचना बोर्ड लगे और न ही पर्यटक नदी किनारे जाने से मान रहे हैं। पर्यटक बेखौफ नदी किनारे उतर रहे हैं तो जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन हादसों के बावजूद भी ब्यास-पार्वती नदी के किनारे सूचना बोर्ड
लगाने में ढील बरत रहे हैं।

पर्यटन सीजन जिला कुल्लू में पूरे यौवन पर चल रहा है और हर दिनों हजारों की संख्या में पर्यटक कुल्लू, मनाली, मणिकर्ण, बंजार, सैंज सहित अन्य कई पर्यटन स्थलों पर वादियों का दीदार करने पहुंच रहे हैं। पर्यटन सीजन को यौवन पर चलते हुए मात्र डेढ़-दो माह का समय ही हो गया है। लेकिन पिछले 32 दिनों में छह प्रर्यटकों ने अपनी जान गवां दी। छह हादसों के बाद भी पर्यटकों को नदी में जाने से रोकने के लिए सूचना बोर्ड नहीं दिख रहे हैं। पार्वती नदी ने बढ़ती गर्मी के साथ रौद्र रूप धारण किया है। नदी किनारे पर्यटक बेखौफ उतर रहे हैं। उन्हें नदी में जाने से रोकने के लिए सूचना बोर्ड नहीं है। पर्यटकों की भी गलती है, लेकिन इनको नदी में जाने से रोकने सूचना बोर्ड न लगाना कहीं न कहीं प्रशासन की भी गलती है।
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