वाराणसी। स्मार्ट सिटी जिसका नाम सुनते ही लोगो को चमचमाती सड़क और शहर में सभी सुविधाओं का नजारा सामने आता है, लेकिन वाराणसी स्मार्ट सिटी का नजारा कुछ और ही है। वाराणसी स्मार्ट सिटी में जर्जर सड़क, गंदगी का अंबार और नाले के पानी और कीचड़ से होकर आने जाने के लिए मजबूर लोग। यह पूरा नजारा हुकुलगंज के भगवानाले के नई बस्ती का है। जहां जर्जर सड़क और व्यवस्थाओं से पिछले कई वर्षों से लोग परेशान हैं।
क्षेत्र में फैली दुर्व्यवस्था को लेकर लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से लेकर तमाम अधिकारियों को अवगत कराया। जनप्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों ने समस्या का समाधान करने के बजाय केवल क्षेत्रीय लोगों को आश्वासन दिया। ऐसे में लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों की माने तो शहर उत्तरी विधानसभा में आने वाले किस क्षेत्र की समस्या को लेकर स्थानीय विधायक एवं योगी सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल से कई बार समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई गई। स्थानीय लोगों की माने तो चुनाव के समय विधायक रविंद्र जायसवाल ने उन्हें आश्वासन दिया कि क्षेत्र की समस्या को वह दूर करवाएंगे लेकिन चुनाव बीतने के बाद वह क्षेत्र में नजर भी नहीं आए।
वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि स्थानीय पार्षद अजय चौधरी से भी इसकी शिकायत की गई, लेकिन कोई भी समाधान नही निकला। लोगों ने बताया कि यह समस्या आज से नहीं बल्कि 20 से 25 सालों से बनी हुई है लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी इसकी सुध नहीं ले रहा है। यही वजह है की दुश्वारियां के बीच आने - जाने की लिए राहगीर मजबूर है। क्षेत्र में जर्जर सड़क आलम यह है कि बरसात के दिनों में लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि वह उनके क्षेत्र की समस्याओं को संज्ञान में लें। जिससे उनके क्षेत्र भी स्मार्ट सिटी की रौनक बढ़ाएं।