श्रीनगर: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से विरोधी नेताओं और विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है, ये खतरनाक संकेत हैं. यह कतई ठीक नहीं है. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत कभी अपनी धर्मनिरपेक्षता के लिए लोकप्रिय था, लेकिन बीजेपी ने अल्पसंख्यकों को अलग-थलग कर दिया है.
महबूबा मुफ्ती सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं. इस दौरान उन्होंने नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी और कश्मीरी पंडितों का मुद्दा भी उठाया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर अल्पसंख्यक आवाज उठा रहे हैं, तो उनकी हत्या की जा रही है, यह नफरत की राजनीति है, अगर विपक्ष कुछ कहता है तो उन्हें धमकी दी जाती है. ईडी आदि और न्यायपालिका बस देख रहे हैं.
महबूबा मुफ्ती ने विवादित बयान के मामले में कहा कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है. उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा ने जो कुछ भी कहा है, वह जानबूझकर कश्मीरी पंडित जैसे मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूब मुफ्ती ने आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी जैसी सरकारी एजेंसियां सरकारी गठजोड़ से काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए, लेकिन मुझे लगता है कि वे भी कहीं न कहीं डरे हुए हैं. ये अच्छे संकेत नहीं हैं.