लखनऊ: प्रसपा चीफ शिवपाल यादव अभी विधायक पद की शपथ नहीं लेंगे. बताया जा रहा है कि शिवपाल यादव सहयोगी दलों की बैठक में भी शामिल नहीं होंगे. शिवपाल यादव को सहयोगी दलों की बैठक के लिए बुलावा आया है. लेकिन वे अभी दिल्ली में हैं. उधर, सपा नेता आजम खान को भी कोर्ट ने विधानसभा जाकर शपथ लेने की अनुमति नहीं दी है.
दरअसल, यूपी विधानसभा में नए विधायकों के शपथ का दौर जारी है. सोमवार को सीएम योगी, विपक्ष के नेता अखिलेश यादव समेत तमाम मंत्री और विधायकों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी. बाकी विधायक आज शपथ ले रहे हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में विधायक दल की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया था. बैठक में अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुना गया था. बैठक में न बुलाए जाने के बाद से शिवपाल यादव नाराज चल रहे हैं. दरअसल, शिवपाल यादव का कहना था कि वे सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे, ऐसे में उन्हें इस बैठक में बुलाया जाना चाहिए था. वहीं, सपा का कहना है कि यह बैठक सपा विधायकों की थी. इसमें किसी भी सहयोगी दल से किसी नेता को नहीं बुलाया गया था.
शिवपाल यादव की पार्टी ने 2022 विधानसभा चुनाव में सपा से गठबंधन किया था. हालांकि, प्रसपा को सिर्फ एक सीट मिली थी. वह भी शिवपाल यादव अपनी जसवंतनगर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे.
शिवपाल यादव मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई हैं. हालांकि, 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के रिश्तों में खटास आ गई थी . इसके बाद शिवपाल यादव ने अक्टूबर 2018 में प्रगतिशील समाजवादी मोर्चा बनाने का ऐलान किया था. शिवपाल यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी से प्रत्याशी भी उतारे थे. हालांकि, 2022 में विधानसभा में शिवपाल ने अखिलेश के साथ मिलकर चुनाव लड़ा.