Shahpur. शाहपुर। कांगड़ा लोकसाहित्य परिषद ने स्वर्णजयंती समारोह क्रम में राजमंदिर परिसर नेरटी में परंपरा उत्सव 2024 का आयोजन किया। इस अवसर पर एक बार पुन:परिवेश में 230 वर्ष पुरानी कहानी गुनगुनाने लगी। उत्सव में विधायक, मुख्य उपसचेतक केवल सिंह पठानिया ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। विधायक ने परिषद के सदस्यों तथा स्थानीय वासियों को परंपरा उत्सव की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भूलती-विसरती परंपरा को गत पचास वर्षों से सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के साथ मनाते आना हर्ष और सराहना का विषय है। मैं इस अवसर पर सभी साहित्यकारों, कलाकारों, विद्यार्थियों एवं उन सभी सहयोगियों को हार्दिक बधाई देता हूं जो अपने इतिहास, संस्कृति और सामाजिक समरसता बनाए रखने मे अमूल्य योगदान दे रहे हैं।
हमें अपनी संस्कृति और संस्कारों, अपनी धरोहर को समझने संभालने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बाल युवा कलाकारों, लोकगायकों को सम्मानित भी किया। परिषद निदेशक डा. गौतम शर्मा व्यथित ने परिषद कार्यकारिणी सहित उन्हें पुष्पगुच्छ, हिमाचली टोपी तथा उत्सव प्रतीक स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर वशिष्ठ अतिथि के रुप में पधारे उपमंडल अधिकारी, एसडीएम, अधिशाषी अभिंयंता, खंडविकास अधिकारी रैत, एसडीओ लोकनिर्माण विभाग शाहपुर आदि को भी स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। भारत विभाजन से पूर्व लोकप्रिय रही कांगड़ा जनपदीय लोकगायिका जोगिंद्रा शर्मा को भी इस सुअवसर पर सम्मानित किया। बालयुवा कलाकारों, लोकगायकों तथा लोकसंपर्क विभाग के कलाकारों ने अपनी सरस प्रस्तुतियों से खूब समा बांधा। इस अवसर पर डा. मुनाक्षी दत्ता, डा. युगल किशोर, डा. कंवर करतार, प्रभात शर्मा आदि परिषद पदाधिकारी उपस्थित रहे।