बहुमंजिला इमारत पर भीषण आग से मरने वालों संख्या हुआ 9

कोलकाता के स्ट्रैंड रोड स्थित एक बहुमंजिला इमारत की 17वीं मंजिल पर भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 9 पहुंच चुकी है.

Update: 2021-03-09 01:38 GMT

कोलकाता के स्ट्रैंड रोड स्थित एक बहुमंजिला इमारत की 17वीं मंजिल पर भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 9 पहुंच चुकी है. फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है. फायर और इमरजेंसी सर्विस मंत्री सुजीत बासु के अनुसार '' मरने वालों में चार फायर फाइटर थे. एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर भी थे जो हरे स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में तैनात थे. दो RPF के जवान थे.'' राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है.

घटना की जानकारी के बाद मौके पर सीएम ममता बनर्जी भी पहुंचीं. इसके अलावा मंत्री सुजीत बोस और फिरहाद हाकिम भी मौके पर पहुंचे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अनुसार फायर फाइटर आग पर काबू पाने के लिए 13वें फ्लोर पर चढ़े थे जहां पर आग लगी थी. इसके लिए उन्होंने लिफ्ट का प्रयोग किया, लेकिन जब वे 13वें फ्लोर तक पहुंचें तो उनका गला घुटने लगा. फिलहाल पुलिस कमिश्नर दमकल कर्मियों के साथ मौके पर मौजूद हैं. आग की खबर मिलते ही इमारत के आसपास ट्रैफिक बंद कर दिया गया और इमारत को खाली करा लिया गया था.

इसी दौरान एक रेल अधिकारी के परिवार का एक सदस्य मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नजदीक पहुंचा. ममता बनर्जी ने अधिकारीयों समेत लापता लोगों की सूची तलाशी और उन्हें सांत्वना दी कि अधिकारी लापता लोगों को ढूंढने की कोशिश में लगे हुए हैं. सीएम से मिलते समय परिवारीजन अंदर से एकदम टूट गए और दोनों हाथों को जोड़कर प्रार्थना करने लगे. मुख्यमंत्री ने उनके दोनों हाथ पकड़कर उन्हें शांत कराने की कोशिश की.
पूर्व रेलवे के प्रवक्ता कमल देव दास ने बताया कि न्यू कोयलाघाट बिल्डिंग में आग लगी. इसमें पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे का जोनल कार्यालय है और भूतल पर एक कंप्यूटराइज टिकट बुकिंग केंद्र है. वहीं, पुलिस ने बताया कि आग बुझाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए स्ट्रैंड रोड पर यातायात को रोक दिया गया था. रेलवे के नए कोइलाघाट भवन में आग लग जाने के कारण बिल्डिंग की बिजली काट दी गई है, जिसके कारण पूर्वी रेलवे की रिजर्वेशन टिकटों की बुकिंग बाधित हुई है. पूर्वी रेलवे की पैसेंजर टिकटों की बुकिंग का सर्वर इसी बिल्डिंग में है.
आग की घटना में मारे गए फायर फाइटर्स के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि ''हमारे सात लोग (अब 9) मारे गए, जिनमें से 4 फायर फाइटर थे. जो लिफ्ट के माध्यम से जल्दी से घटनास्थल पर पहुंचना चाहते थे. लेकिन लिफ्ट में करंट आ गया. जिससे ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई.''
रेलवे अधिकारीयों द्वारा इस मामले की गंभीरता की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता ने कहा ''ये बिल्डिंग रेलवे की है. लेकिन मुझे पता चला है कि रेलवे से अभी तक कोई भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा है, हमारे फायर डिपार्टमेंट ने बिल्डिंग परिसर के बारे में जानने के लिए इन लोगों से बिल्डिंग का मैप मांगा, लेकिन किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिला.'' CM ममता ने आगे कहा कि मैं इस दुर्घटना के समय में राजनीति को शामिल नहीं करना चाहती.

इसके बाद ममता बनर्जी SSKM अस्पताल पहुंचीं. जहां बुरी हालत में जो शव हैं उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है. सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि जिन फायर फाइटर की इस घटना में मौत हुई है, उनकी पहचान गिरीश डे, गौरव बेज, अनिरुद्ध जन और बिमान पुर्कायत के रूप में हुई है.
ममता बनर्जी के आरोपों का जवाब देते हुए ईस्टर्न रेलवे के जनरल मैनेजर मनोज जोशी ने कहा है कि ''रेलवे द्वारा आग की इस घटना के कारणों की जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम का गठन कर दिया गया है. हम राज्य को जांच करने में पूरी तरह सहयोग प्रदान करेंगे. रेलवे के ऑफिसर घटनास्थल पर मौजूद थे, और हर वो कोशिश कर रहे थे जिसकी जरूरत थी. हो सकता है उस समय तत्काल में बिल्डिंग मैप उपलब्ध न हुआ हो लेकिन रेलवे के स्टाफ मेंबर बिल्डिंग के बारे में गाइड करने के लिए वहां मौजूद थे.''

मनोज जोशी ने आगे कहा ''पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम को इस घटना में नुकसान पहुंचा है. इस कारण सर्विस भी निलंबित हो गई. CRIS (Centre for Railway Information Systems) द्वारा डिजास्टर रिकवरी सिस्टम के द्वारा डाटा रिकवर करने की कोशिश की जा रही है. उम्मीद है सुबह तक ये सही हो जाएगा.''
ममता बनर्जी के आरोपों के बाद केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट करते हुए जवाब दिया है. पीयूष गोयल ने अपने ट्वीट में कहा है कि ''इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के समय रेलवे द्वारा राज्य सरकार को हर संभव मदद की गई है. आग की इस घटना के कारणों को जानने के लिए उच्च स्तरीय जांच बिठा दी गई है, जिसमें रेलवे विभागों के चारों मुख्य प्रधान शामिल हैं''
आग की ये घटना सोमवार शाम को हुई है. आग बुझाने के लिए मौके पर 10 से अधिक दमकल गाड़ियां भेजी गईं. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है.


Tags:    

Similar News

-->