New Delhi नई दिल्ली : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली की जनता से आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी जीत दिलाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि AAP सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सुविधाओं के नाम पर लोगों को धोखा दिया है। पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार राजकुमार आनंद के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए धामी ने कहा, "मुझे विश्वास है कि दिल्ली की विकासोन्मुखी जनता भाजपा के पक्ष में मतदान करेगी और दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को विजयी बनाएगी।"
पार्टी के कार्यों और केंद्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि "भाजपा ने अपने सभी संकल्प पूरे किए हैं। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और अब समान नागरिक संहिता कानून लागू करना हमारे विकासात्मक विजन का हिस्सा है।"
उन्होंने आगे कहा, "आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता कानून लागू किया जा रहा है, साथ ही दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से दिल्ली और उत्तराखंड के बीच यात्रा आसान हो जाएगी, जो राज्य के विकास में अभूतपूर्व योगदान देगा।" आम आदमी पार्टी (आप) की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "अगर झूठ बोलने की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होती, तो अरविंद केजरीवाल उसमें पहला स्थान पाते। उनकी सरकार ने लगातार दिल्ली की जनता को धोखा दिया और दिल्ली की सरकार को माफिया के हवाले कर दिया।" उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को एक सिक्के के दो पहलू बताते हुए कहा, "इन दोनों पार्टियों की सोच भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और हिंदू संस्कृति का अपमान करने की एक जैसी है।" जनसभा में सीएम धामी ने दिल्ली की जनता से भाजपा का साथ देने की अपील की, ताकि डबल इंजन की सरकार में तेजी से विकास संभव हो सके।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे, जबकि मतगणना 8 फरवरी को होगी। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा है और वह कोई भी सीट जीतने में विफल रही है। इसके विपरीत, AAP ने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में दबदबा बनाया और कुल 70 सीटों में से क्रमशः 67 और 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को इन चुनावों में केवल तीन और आठ सीटें मिलीं। (एएनआई)