Hamirpur में अब पीजी के लिए बनेंगे बायलॉज

Update: 2024-08-29 11:16 GMT
Hamirpur. हमीरपुर। शिक्षा का हब कहा जाने वाला जिला हमीरपुर में जहां दर्जनों की संख्या में स्कूल और कोचिंग एकेडमियां हैं वहां वर्षों से पेइंग गेस्ट संचालित कर संचालक अपने-अपने हिसाब से करोड़ों की कमाई तो करते आए लेकिन सुरक्षा मानकों के मद्देनजर आज तक किसी तरह का बायलॉज बनाने की दिशा में किसी का ध्यान नहीं गया। जिला मुख्यालय स्थिति एक पीजी की बिल्डिंग से गिरकर जब एक छात्र की मौत हुई, तो सबका इस ओर ध्यान गया और पीजी के लिए बायलॉज बनाने का मसला उठा। डीसी हमीरपुर उपायुक्त अमरजीत सिंह ने बुधवार को हमीरपुर शहर एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों तथा सुजानपुर में संचालित की जा रही पेइंग गेस्ट सुविधाओं (पीजी) और अन्य निजी हॉस्टलों में सभी सुरक्षा मानकों एवं नियमों की अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जरूरी बैठक बुलाई। इस बैठक में जिला के प्रशासनिक अधिकारियों, नगर परिषद हमीरपुर और सुजानपुर, टीसीपी विभाग, पुलिस, खाद्य सुरक्षा, पर्यटन विभाग, राज्य कर एवं आबकारी और विभागों के अधिकारियों के साथ इस
विषय पर चर्चा की गई।

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि हमीरपुर शहर हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के हब के रूप में जाना जाता है और स्थानीय नगर परिषद के अनुसार यहां अभी 33 पीजी संचालित किए जा रहे हैं, जोकि प्रदेश भर के बच्चों को रहने एवं खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा और उन्हें पढ़ाई का बेहतर माहौल प्रदान करने तथा पीजी के संचालन पर नजर रखने के लिए समग्र नियमों-उपनियमों की आवश्यकता है। वहीं इस दौरान सारे पहलुओं पर गंभीरता से विचार विमर्श कर उसमें सुधार लाने की बात कही गई। बैठक में एडीएम राहुल चौहान, सहायक आयुक्त पवन शर्मा, डीएसपी, नगर परिषद, टीसीपी और अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे। नगर परिषद हमीरपुर ने बुधवार को डीसी हमीरपुर को बताया कि हमीरपुर में वर्तमान में 33 पीजी संचालित किए जा रहे हैं। यह तो वो पीजी हैं जिनकी अपनी अलग से बिल्डिंग हैं थोड़ा सिस्टम है। लेकिन शहर में कुछ लोगों द्वारा जो दो-दो कमरों को पीजी का नाम लेकर बच्चों से मनमाना पैसा लिया जा रहा है उस दिशा में भी पुलिस और जिला प्रशासन को उचित कदम उठाना होगा ताकि इस गोरखधंधे को रोका जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो।
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