दिल्ली पुलिस ने करीब 30 लोगों को गिरफ्तार किया है. देर रात PFI के दिल्ली में अलग-अलग ठिकानों में रेड के बाद 30 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. स्पेशल सेल के एसीपी लेवल के अधिकारी कंट्रोल रूम में थे. जबकि स्पेशल सेल के तकरीबन 100 जवान ग्राउंड पर थे. लोकल पुलिस स्पेशल सेल और स्पेशल ब्रांच की टीम रेड में शामिल थीं. शाहीन बाग, जामिया समेत कई इलाकों में छापेमारी की गई है. शाहीनबाग इलाके से शोएब नाम के शख़्स को हिरासत में लिया गया है. वहीं जामिया यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को सर्कुलर जारी किया है. 19 सितंबर से 17 नवंबर तक धारा 144 लागू रहेगी. जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों को हिदायत दी गई है कि कैंपस के भीतर या बाहर समूह में इकट्ठा ना हों. सर्कुलर में कहा गया है कि अगर कोई कानून तोड़ेगा तो यूनिवर्सिटी उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेगी.
लखनऊ में PFI से जुड़े करीब 10 लोग हिरासत में लिए गए हैं. बख्शी तालाब, इटौंजा के साथ-साथ लखनऊ के शहरी इलाकों से भी पीएफआई के मददगार दबोचे गए हैं. सभी से पूछताछ की जा रही है. वसीम और माजिद के नेटवर्क में आए सभी संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. यूपी ATS के साथ-साथ यूपी STF की टीमें भी पूछताछ कर रही हैं. ATS टीम ने बुलन्दशहर के स्याना के मोहल्ला चौधरियान से 1 मौलवी को हिरासत में लिया है. मौलवी को एटीएस की टीम साथ ले गई है. गाजियाबाद में 8-10 लोगों को हिरासत में लिया गया है. सूत्रों के मुताबिक उत्तरप्रदेश के 8 जिलों में छापेमारी की गई है. सीतापुर से भी पीएफआई के 2 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किए जाने की खबर है. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति में से एक खैराबाद थाना क्षेत्र का जब कि दूसरा रामपुर कला क्षेत्र का बताया जा रहा है. हालांकि स्थानीय पुलिस ने इस संबंध में किसी भी जानकारी के होने से इनकार किया है.
कर्नाटक में पुलिस ने मंगलवार (आज) सुबह पुलिस ने पीएफआई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. इसमें 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बताया कि कार्रवाई के दौरान 40 से ज्यादा लोगों को उठाया गया है. यह संख्या 60 तक जा सकती है. हमारे पास उन सभी की सूची है, जिन्होंने एनआईए के छापे के दौरान मुश्लिक पैदा की थी. सभी जिलों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है. क्योंकि इन दिनों नवरात्र चल रहे हैं. हर जगह पुलिस तैनात की गई है. असम के गोलपारा कामरूप बारपेटा, धुबरी, बगसा, दरांग उदलगुरी करीमगंज में की गई है. पुलिस ने पीएफआई के जिला अध्यक्ष अब्दुल करीम और SDPI सचिव शेख मसकसूद को हिरासत में लिया. वहीं कोलार जिले में पुलिस ने पीएफआई के 6 सदस्यों को हिरासत में लिया है. जबकि बेल्लारी से 4 मेंबर्स को गिरफ्तार किया गया है. उधर, मैंगलोर पुलिस ने PFI और SDPI के सदस्यों को भी हिरासत में लिया है. पीएफआई के 7 नेताओं को कामरूप जिले के नगरबेरा इलाके से हिरासत में लिया गया.
मध्यप्रदेश में भी PFI के खिलाफ एक्शन हुआ है. लिहाजा राजधानी भोपाल में 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है. ये कार्रवाई NIA से मिली लीड के बाद की गई है. बीती देर रात छापा मारा गया है. हाल ही में NIA ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया था, उनसे पूछताछ के बाद ही इन लोगों को हिरासत में लिया गया है. वहीं शाजापुर में 3 लोग हिरासत में लिए गए हैं.
वहीं महाराष्ट्र के पुणे और मुंबई समेत कई जगहों पर छापेमारी की गई है. पुलिस ने फंडिंगके संबंध में पूछताछ के लिए पीएफआई के 6 समर्थकों को हिरासत में लिया है. ठाणे क्राइम ब्रांच ने PFI मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया है. जिसमें से दो को मुंब्रा, एक को कल्याण और एक को भिवंडी से हिरासत में लिया है. चारों आरोपी PIF के एक्टिव मेंबर हैं. मराठवाड़ा से भी 21 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. सोलापुर में भी एनआईए की कार्रवाई की है. यहां से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. जबकि पीएफआई से जुड़े एक शख्स को हिरासत में लिया है. आरोपी को टीम दिल्ली ले गई है.
असम में आज सुबह करीब 5 बजे प्रदेश की पुलिस ने PFI के कई ठिकानों पर रेड की. इस दौरान पीएफआई के 7 नेताओं को गिरफ्तार किया गया. सभी को कामरूप जिले के नगरबेरा इलाके से अरेस्ट किया गया.
गुजरात ATS ने अहमदाबाद, सूरत, नवसारी और बनासकांठा से 15 लोगों को हिरासत में लिया है. पकड़े गए लोगों के तार विदेशों में बैठे कुछ लोगों से जुड़े हैं. वैसे गुजरात में PFI सक्रिय नहीं पर उनकी राजनीतिक पार्टी SDPI है.
PFI इन दिनों जांच एजेंसियों के रडार पर है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पिछले दिनों PFI के 100 से अधिक ठिकानों पर रेड की थी. अब पीएफआई पर बैन की तलवार लटक रही है. NIA, ED और राज्यों की पुलिस ने 22 सितंबर को कई जगह रेड कर PFI से जुड़े 106 लोगों को गिरफ्तार किया था. इससे पहले भी NIA ने PFI से जुड़े लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे. 22 सितंबर को देशभर में PFI के खिलाफ एक्शन में NIA ने UAPA के तहत 5 FIR दर्ज की हैं. एनआईए के इस एक्शन के बाद अब पीएफआई पर बैन का खतरा गहरा गया है.