नेहरू तारामंडल की निदेशक डॉ. नंदीवाड़ा का निधन, कोरोना से थे संक्रमित
नेहरू तारामंडल की निदेशक डॉक्टर नंदीवाड़ा रत्नाश्री का कोरोना वायरस से निधन हो गया है।
नेहरू तारामंडल की निदेशक डॉक्टर नंदीवाड़ा रत्नाश्री का कोरोना वायरस से निधन हो गया है। डॉक्टर नंदीवाडा की उम्र 57 साल थी और रविवार को कोविड के इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। 1996 में डॉक्टर रत्नाश्री ने नेहरू तारामंडल में वरिष्ठ शिक्षक के तौर पर काम शुरू किया था और 1999 में ही वो यहां की निदेशक बन गई थीं।
डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री को उनके लंबे कार्यकाल के दौरान कई नई पहल और परियोजनाओं के लिए श्रेय दिया गया। नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेकनोलॉजी कम्यूनिकेशन के पूर्व निदेशक अनुज सिन्हा ने बताया कि डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री अपने काम के प्रति समर्पित थीं। उन्होंने बताया कि डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री ने लोगों तक खगोल विज्ञान की जानकारी लाने के लिए दिन-रात काम करती थीं। उनके साथ काम करने का एक अलग अनुभव रहा है। उन्होंने ये सुनिश्चित करने की कोशिश की कि आकाश के अजूबे को देखा, सराहा और समझा जाए।
डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री के पति पैट्रिक दासगुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय में भौतिकी और खगोल भौतिकी विभाग में एक संकाय सदस्य हैं। डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी की भी सदस्य थीं। सोसाइटी ने डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री के समाज की प्रगति में दिए अपने योगदान को याद किया।
संस्था ने बताया कि 15 दिन पहले डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री एस्ट्रो अड्डा के आयोजन में जुटी थी, जिसके तहत हर पखवाड़े बच्चों के लिए एक ऑनलाइन सत्र शुरू किया जाता। मई की शुरुआत में डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री को कोरोना हुआ, जिसके बाद उनका इलाज शुरू हो गया और कुछ दिन बाद ही डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री इस खतरनाक वायरस के आगे हार गईं।
वहीं केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं। एक ट्वीट में मंत्रालय ने लिखा कि नेहरू तारामंडल की निदेशक डॉ. नंदीवाड़ा रत्नाश्री के निधन पर शोक प्रकट करते हैं। मंत्रालय ने आगे लिखा कि इस दुख की घड़ी में भगवान उनके परिवार को शक्ति दे।