वाटर पंप हाउस को तोड़ने पहुंचा नगर परिषद का अमला, विरोध करने पर भाग खड़े हुए
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सिलवानी। नगर परिषद सिलवानी के नल जल वितरण हेतु ग्राम पंचायत के कार्यकाल में बनाये गये वाटर सप्लाई हाउस को अवकाश के दिन रविवार को तोड़ने के लिए नगर परिषद का अमला टे्रक्टर ट्राली और कर्मचारियों को लेकर पहुंच गया। वार्डवासियों को जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गये और नगर परिषद के विपक्षी पार्षद भी पहुंच गये। और नगर परिषद के अमले से उक्त भवन को तोड़ने की अनुमति मांगने लगे जिस पर कर्मचारी दांये बांये झांकने लगे।
जानकारी के अनुसार तत्कालीन ग्राम पंचायत द्वारा नगर में नल जल वितरण हेतु पंप हाउस का निर्माण किया गया था, जिससे नगर में जल वितरण का कार्य किया जाता था। उक्त पंप हाउस सिलवानी सागर के मुख्य मार्ग के किनारे पर बना हुआ उसके पीछे एक व्यापारी ने औने पौने दाम में प्लाट लेकर दुकानों का निर्माण कर लिया और वह किसी तरह उस वाटर पंप हाउस को तोड़़वाना चाहता है। वार्डवासियों ने आरोप लगाया है कि नगर परिषद के अमले को मोटी रकम देकर उक्त पंप हाउस को तोड़ना चाहता है।
वार्डवासियों ने उक्त भवन को तोड़ने का विरोध किया वही खबर लगते ही वार्ड 14 पार्षद प्रतिनिधि मोहन साहू भी पहुंच गये, उनका कहना है कि परिषद में इसे तोड़ने को कोई प्रस्ताव नहीं हुआ और ना ही अनुमति ली गई। वही नगर परिषद के विपक्षी पार्षद भी पहुंच कर हंगामा करने लगे और नगर परिषद के जल षाखा प्रभारी रामषंकर दीक्षित से उक्त पंप हाउस तोड़ने का आदेष की काॅपी मांगने लगे। जिस पर रामषंकर दीक्षित का कहना है कि नोटशीट पर सीएमओ की अनुमति ली गई है। और विरोध हंगामा के बाद नगर परिषद का अमला दबे पैर वापिस हो गया। वार्डवासियों का कहना है कि नगर परिषद यदि पंप हाउस को तोड़ कर क्या नवीन निर्माण करना चाहती है वह सार्वजनिक किया जावे, क्या सिर्फ एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए पंप हाउस को तोड़ना चाहती है ? इस संबंध में नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुनील जैन से मोबाइल पर बात की तो उनका कहना है कि उक्त वाटर पंप हाउस तोड़ने की मुझे कोई जानकारी नहीं है और न ही किसी तरह की अनुमति मेरे द्वारा दी गई।