नार्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज के ऊपर नोएडा में फ्लैट आवंटन कराने के नाम पर एक हजार करोड़ से ज्यादा की ठगी करने का आरोप है. पुलिस बीते छह महीने से इस ठग की तलाश में जुटी थी. पिछले साल अप्रैल में ही इसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. वहीं हाल ही में जिले की AATS को सूचना मिली थी कि ये जालसाज नासिक, महाराष्ट्र में रह रहा है. जहां वह प्याज का कारोबार कर रहा है. 20 मार्च को AATS की टीम ने एक सूचना और टैक्नीकल सर्विलांस की मदद से आरोपी को धर दबोचा. यहां वह पुनीत भारद्वाज बनकर रह रहा था.
आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने साल 2011 में बिल्डर के तौर पर अपना काम शुरु किया था. इस सिलसिले में उसने 8 कंपनी और 15 से 20 शैल कंपनी बनायी. साल 2016 में इसके घर पर इंकम टैक्स की रेड हुई थी, जिसमें इसके घर से 120 करोड़ रुपए बरामद किए गए थे. इसके बाद से ही इसका काम गिरता चला गया. मार्केट में खुद को फिर से खड़ा करने के लिए इसने ठगी का धंधा शुरु कर दिया. वह एक फ्लैट को जालसाजी से कई लोगों को बेचने लगा. वह अलग अलग राज्यों में 35 से ज्यादा अपराधिक मामलों में वांटेड था. पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज (42) कॉमर्स से ग्रेजयूएट है. पहले वह नोएडा, यूपी में रहता था. इसके खिलाफ यूपी, पंजाब, दिल्ली आदि राज्यों में 39 केस दर्ज मिले हैं.