मस्जिद के मंदिर होने का दावा, कोर्ट के आदेश पर सर्वे करने पहुंची टीम, इकट्ठा हुई भारी भीड़

भीड़ को काबू करने कई थानों की फोर्स पहुंची.

Update: 2024-11-20 04:01 GMT
संभल: संभल की सदर शाही जामा मस्जिद पर एक बार फिर हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया है। कैला देवी के महंत ऋषि राज गिरि ने सिविल न्यायालय में वाद दायर कर सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करने की मांग की थी। न्यायालय ने इसे स्वीकार करते हुए कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर उनसे 29 नवंबर तक रिपोर्ट मांग ली। उधर, शाम होते-होते सर्वे के लिए टीम जामा मस्जिद पहुंच गई। इसकी जानकारी होते ही मुस्लिम पक्ष में नाराजगी फैल गई। लोग मस्जिद के इर्द-गिर्द और छतों पर जमा हो गए। प्रशासन ने वादी महंत ऋषिराज को मस्जिद के पास से हटा दिया। टीम करीब दो घंटे की फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी के बाद लौट गई। इस दौरान मस्जिद के आसपास का इलाका छावनी बना रहा।
कैला देवी मंदिर के महंत त्रषिराज गिरि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के चर्चित अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन के साथ जिला न्यायालय पहुंचे। उन्होंने जिला न्यायालय स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की अदालत में जामा मस्जिद की जगह पर पूर्व में हरिहर मंदिर होने का दावा पेश किया। याचिका में उन्होंने केंद्र, राज्य सरकार, एएसआई के अलावा जामा मस्जिद की कमेटी को पक्षकार बनाया है।
सदर शाही जामा मस्जिद को लेकर चर्चाओं में रहे पुराने विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया। मस्जिद के हरिहर मंदिर होने के दावे के बाद शहर का माहौल अचानक गरमा गया। कोर्ट के आदेश पर जैसे ही कोर्ट कमिश्नर की टीम मस्जिद में सर्वे करने पहुंची तो खबर जंगल की आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते बाजार बंद हो गए।
जामा मस्जिद के बाहर कुछ ही देर में सैकड़ों की संख्या में भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में सर्दी में पसीने छूट गए। करीब चार माह पूर्व एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) की टीम ने मस्जिद का बारीकी से सर्वे किया था। मगर तब यह स्थिति नहीं बनी थी, लेकिन कोर्ट कमिश्नर की तैनाती और 29 नवंबर तक रिपोर्ट देने के आदेश के बाद जब सर्वे को टीम पहुंची तो माहौल बिल्कुल अलग था। अधिकतर मुस्लिम दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और जामा मस्जिद पहुंच गए तो दूसरे पक्ष के लोग भी धड़ाधड़ दुकानें बंद करके घर चले गए। प्रशासन ने नागरिकों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों और भड़काऊ पोस्ट्स को रोकने के लिए सख्ती दिखाई है। साथ ही लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई है। पुलिस प्रशासन ने अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
सर्वे के दौरान भीड़ के उग्र होते देख जामा मस्जिद से प्रशासन की ओर से भीड़ से शांति रखने की अपील की गई। कुछ देर शांत रहने के बाद नमाज के समय लोग फिर उग्र हो गए तो एसपी ने नमाज के लिए अंदर आने की अनुमति दी।
स्थिति बिगड़ने के बाद पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाला। सर्वे से पूर्व ही एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने संभल कोतवाली के साथ नखासा, हयातनगर, कैलादेवी, हजरत नगर गढ़ी, असमोली थानों की पुलिस को बुला लिया।
सर्वे के दौरान एसपी ने पुलिस बल को मस्जिद के चारों ओर तैनात कर दिया। जो भीड़ को नियंत्रित किया। शोर शराबे के दौरान सीओ की कई बार नोकझोंक भी हुई। पुलिस के कड़े इंतजाम के बावजूद बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। भीड़ को शांत कराने में अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब तीन घंटे तक शहर का माहौल तनावपूर्ण रहा। उधर, कोर्ट कमिश्नर रमेश चंद्र राघव जिला पुलिस प्रशासन के साथ करीब दो घंटे सर्वे करने के बाद जब शाही जामा मस्जिद से बाहर निकले, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

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