विधायक ने शराबबंदी कानून को लेकर सीएम पर की ये टिप्पणी, बोले- मुख्यमंत्री करते हैं नशे का सेवन

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Update: 2021-11-28 16:15 GMT

पटना. बिहार में शराबबंदी पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां यह स्पष्ट कर चुके हैं कि किसी भी हालत में शराबबंदी खत्म करने के बारे में सोचा नहीं जा सकता. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव ने कहा था कि वो सरकार से शराबबंदी खत्म करने के लिए पहले ही कह चुके हैं. हालांकि बाद में उनकी पार्टी ने स्पष्ट किया कि लालू यादव के कहने का मतलब अलग था, वो सही मायने में राज्य में शराबबंदी कानून लागू करवाना चाहते हैं. इस बीच, आरजेडी के एक विधायक ने शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. अपने सर्वोच्च नेता को निशाना बनाने जाने पर जनता दल युनाइटेड बिफर उठी है. कुल मिलाकर कहा जाए तो शराबबंदी पर बिहार की सियासत फिर से गर्मा गई है.

आरजेडी विधायक राजवंशी महतो ने कहा कि बिहार में शराबबंदी करने की क्या जरूरत है? शराब पीकर लोग मर रहे हैं. शराब को गांव-गांव में खुलवा देना चाहिए. नीतीश कुमार की सरकार में गांव-गांव में शराब बिकती थी. महतो ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लेते हुए कहा कि वो खुद भी नशे का सेवन करते हैं.
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इस पर जेडीयू के प्रवक्ता ने आरजेडी विधायक के सीएम नीतीश पर दिए बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि आरजेडी के विधायक चरवाहा विद्यालय से ज्ञान प्राप्त करते रहे हैं. नीरज कुमार की मानें तो सजायाफ्ता भ्रष्टाचारी अपराधी और लंपटों की जमात में रहने पर भाषाई विकृति आती है.
जेडीयू के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे लोग आज तक ज्ञान का आतंक मचाए हुए हैं. यह लोग बिहार की युवा पीढ़ी, महिलाओं और गरीबों का भविष्य अंधकारमय करना चाहते हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शराबबंदी के उल्लंघन की सूचना आरजेडी विधायक राजवंशी महतो सरकार के टोल फ्री नंबर पर क्यों नहीं देते हैं. यह लोग क्या शराब माफिया से मिले हुए हैं? नीरज ने कहा कि दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार मिले हैं. जबकि लालू यादव को कैदी नंबर 3351 का पुरस्कार मिला है इसलिए आरजेडी के नेता अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं.
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