करोड़पति इंजीनियर को जेल, ED की पूछताछ में उगले कई गहरे राज
जांच जारी है...
झारखंड। मनी लॉउन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम को मंगलवार को शाम 4:00 बजे ईडी के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा के कांके रोड स्थित जज कॉलोनी के आवासीय कार्यालय में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में लेते हुए बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार भेज दिया गया है। उसकी अगली पेशी होली बाद 9 मार्च को होगी। ईडी ने 22 फरवरी को वीरेंद्र को गिरफ्तार किया था। 23 फरवरी को कोर्ट में पेश किया गया। 24 फरवरी को कोर्ट की अनुमति के बाद उसे अपने कब्जे में लेकर 12 दिनों तक पूछताछ की। पूछताछ की अवधि 7 मार्च को पूरी हो गई। पूरी होने के बाद उसे कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बता दें कि 21 फरवरी को ईडी ने वीरेंद्र राम के रांची, जमशेदपुर, पटना, सिवान, दिल्ली और हरियाणा सहित कुल 12 ठिकानों पर छापा मारा था। छापेमारी के दौरान वीरेंद्र राम के ठिकानों से 40 लाख रुपये नगद, कई लग्जरी गाड़ियां, आलीशान बंगले और 1.5 करोड़ रुपये की ज्वेलरी मिली थी। 22 फरवरी को वीरेंद्र राम को हिरासत में लिया गया था। ईडी की पूछताछ में वीरेंद्र राम ने भ्रष्टाचार के कई गहरे राज उगले हैं।
उसने बताया कि कैसे रैंकिंग में 116वें स्थान पर रहने के बावजूद उसे प्रमोशन दिया गया। उसने बताया कि प्रत्येक टेंडर में अधिकारियों की ओर से 5 फीसदी कमीशन लेने का दबाव रहता था। ईडी की जांच में सामने आया कि अरबों रुपये की कमाई में से 30 करोड़ रुपये वीरेंद्र राम ने प्रॉपर्टी खरीदने में खर्च किए।